सनसनीखेज हत्या: औरंगाबाद में छह दिन बाद मिला लापता युवक का शव, दो गिरफ्तार
औरंगाबाद। जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के देव मोड़ के पास लापता युवक का शव बरामद होने से सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान ओरा गांव निवासी 34 वर्षीय मनोज कुमार यादव के रूप में हुई है। मनोज का शव अपराधियों ने बेरहमी से हत्या करने के बाद रस्सी से बांधकर गड्ढे में फेंक दिया था। शव के साथ ईंट भी लटकाई गई थी, ताकि वह सतह पर न आए। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, मनोज वियाडा स्थित एक इंडस्ट्रियल कंपनी में गाड़ी चलाता था। वह प्रतिदिन कंपनी से सामान लेकर बिहार के विभिन्न इलाकों में डिलीवरी करता और बाद में कैश लेकर कंपनी मालिक को सौंपता था। 24 सितंबर की सुबह भी वह सामान लेकर नवादा के लिए निकला था। शाम चार बजे इस्लामपुर पहुंचकर सामान उतारा और फिर गयाजी के रास्ते रफीगंज-शिवगंज होते हुए घर के लिए रवाना हुआ। रास्ते में उसने अपनी पत्नी से बातचीत की और फोन की बैटरी लो होने की जानकारी दी थी। लेकिन रात करीब 10:53 बजे जब वह देव मोड़ पहुंचा तो अचानक लापता हो गया।
इसके बाद जब पूरी रात घर नहीं लौटा तो परिजन परेशान हो गए। अगली सुबह परिजनों ने खोजबीन शुरू की और देव मोड़ के पास से उसका वाहन बरामद हुआ। परिजनों ने इसकी सूचना मुफस्सिल थाने को दी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए छानबीन तेज की और कुछ संदिग्धों को चिन्हित किया। छापेमारी के दौरान फेसर थाना क्षेत्र के चतरा गांव निवासी उमेश यादव और गंज मोहल्ला निवासी बबलू खान को गिरफ्तार किया गया। पुलिस पूछताछ में उमेश यादव की निशानदेही पर मनोज का शव गड्ढे से बरामद किया गया।
इस दर्दनाक घटना से मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। एक साल पहले ही मनोज के पिता की कैंसर से मौत हो चुकी थी और परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर थी। पिता की मौत के बाद वह घर का इकलौता कमाऊ सदस्य था। उसकी एक बेटा और दो बेटियां हैं। अब पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजन रो-रोकर बेसुध हो गए हैं।
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