गयाजी में चुनावी तैयारियों का जायजा, नक्सल प्रभावित इलाकों पर प्रशासन की विशेष नजर
गयाजी। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है। खासकर नक्सल प्रभावित इलाकों पर प्रशासन ने विशेष ध्यान केंद्रित किया है। इसी क्रम में शनिवार को जिलाधिकारी शशांक शुभांकर और एसएसपी आनंद कुमार ने डुमरिया प्रखंड के कई संवेदनशील इलाकों का दौरा किया और पोलिंग स्टेशनों की तैयारियों की समीक्षा की।
अधिकारियों का काफिला छकरबंधा पंचायत के पिछुलिया, चहरा-पहरा, तारचुआ और हुरमेठ गांव पहुंचा। यहां उन्होंने ग्रामीणों से सीधी बातचीत की और मतदाता सूची सत्यापन प्रक्रिया की जानकारी ली। साथ ही जिन स्कूलों में मतदान केंद्र बनाए जाने हैं, वहां की मूलभूत सुविधाओं—पेयजल, शौचालय, बिजली और रैम्प की उपलब्धता की जांच भी की।
डीएम शशांक शुभांकर ने स्पष्ट कहा कि किसी भी बीएलओ को मतदाताओं से अनावश्यक दस्तावेज मांगने का अधिकार नहीं है। यदि कहीं ऐसी शिकायत मिलती है तो सीधे प्रखंड या जिला निर्वाचन कार्यालय को सूचित किया जाए। उन्होंने पारदर्शी और शुद्ध मतदाता सूची तैयार करने पर जोर दिया।
वहीं, एसएसपी आनंद कुमार का फोकस सुरक्षा व्यवस्था पर रहा। उन्होंने अधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि चुनाव में किसी भी तरह की गड़बड़ी फैलाने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के 14 से अधिक बूथ नक्सल प्रभावित चिह्नित किए गए हैं। इन इलाकों में मतदान दलों को हेलीकॉप्टर से पहुंचाने की भी तैयारी की जा रही है, ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
प्रशासन ने बताया कि चुनाव आयोग की गाइडलाइन के तहत सभी बूथों पर पेयजल, प्रकाश व्यवस्था और दिव्यांगजनों के लिए रैम्प जैसी बुनियादी सुविधाएं अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाएंगी। सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने जमीन से लेकर आसमान तक पुख्ता इंतजाम करने का दावा किया है। यह दौरा प्रशासन की गंभीरता को दिखाता है कि आने वाले विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराने के लिए हर स्तर पर निगरानी और तैयारी की जा रही है।
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