शेरघाटी निबंधन कार्यालय में स्टांप पेपर की कालाबाजारी, आमजन ठगे जा रहे – 100 का 300 और 1000 का 1600 में बिक रहा

शेरघाटी निबंधन कार्यालय में स्टांप पेपर की कालाबाजारी, आमजन ठगे जा रहे – 100 का 300 और 1000 का 1600 में बिक रहा

शेरघाटी (गया) : गया जिले के शेरघाटी निबंधन कार्यालय में इन दिनों स्टांप पेपर की कालाबाजारी चरम पर है। कार्यालय परिसर के बाहर कुछ वेंडरों द्वारा आम नागरिकों को तय मूल्य पर स्टांप उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। नतीजतन, मजबूरी में लोगों को कई गुना अधिक कीमत देकर स्टांप खरीदना पड़ रहा है। इस मनमानी से गरीब और मध्यमवर्गीय लोग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं।

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जानकारी के मुताबिक, वेंडर खुलेआम स्टांप पेपर की ऊंचे दाम पर बिक्री कर रहे हैं। ₹100 मूल्य का स्टांप ₹300 में, ₹500 का स्टांप ₹700 में और ₹1000 का स्टांप ₹1200 से ₹1600 तक में बेचा जा रहा है। इससे आम नागरिकों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।

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पीड़ितों की व्यथा

डुमरिया क्षेत्र की रिंकी देवी ने बताया कि वे जन्म प्रमाण पत्र के लिए ₹100 का स्टांप खरीदने आई थीं। लेकिन वेंडर ने उनसे ₹300 मांगे। बार-बार निवेदन करने के बावजूद उन्हें स्टांप नहीं मिला और वे 70 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद भी खाली हाथ लौट गईं। वहीं, योगेंद्र प्रसाद ने बताया कि उन्हें मजबूरी में ₹500 का स्टांप ₹700 में खरीदना पड़ा। ऐसे कई और लोग हैं जो रोजाना इस कालाबाजारी का शिकार हो रहे हैं। रजिस्ट्री, शपथ पत्र और अन्य कानूनी व प्रशासनिक कार्यों के लिए स्टांप पेपर अनिवार्य होते हैं। ऐसे में गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार को आवश्यक काम कराने के लिए अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ रहा है।

जिम्मेदारों की चुप्पी और प्रशासन की सख्ती का वादा
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह धंधा लंबे समय से चल रहा है, लेकिन जिम्मेदार विभाग इस पर आंख मूंदे बैठा है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि निबंधन कार्यालय के बाहर अगर इतनी बड़ी कालाबाजारी हो रही है तो आखिर जिम्मेदार अधिकारी क्यों मौन हैं।

इधर अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि इस मामले की जांच कराई जाएगी। उन्होंने साफ कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। कालाबाजारी में शामिल पाए जाने वाले वेंडरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी और आमजन को उचित मूल्य पर स्टांप उपलब्ध कराया जाएगा।

जनता में आक्रोश

स्टांप की कालाबाजारी से परेशान लोग अब प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि स्टांप पेपर जैसी जरूरी वस्तु पर इस तरह की लूट बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर समय पर प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।

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BIHAR - JHARKHAND