वियारडा विद्युत कैंपस में खंभे से गिरकर विद्युत कर्मी घायल
औरंगाबाद। जिले में एक बिजली मिस्त्री के खंभे से गिरने के बाद उसे गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उसे तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस हादसे में घायल हुए मिस्त्री की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, जिसके चलते उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। घायल मिस्त्री पश्चिम बंगाल के मालदह जिले के सोभा नगर से है और उसका नाम एसके मिंटू बताया जा रहा है। यह हादसा औरंगाबाद-पटना पथ के जसोइया मोड़ स्थित वियारडा विद्युत कैंपस में हुआ। एसके मिंटू, जो कि औरंगाबाद स्थित वियारडा विद्युत ग्रीड में कार्यरत था, खंभे पर चढ़कर बिजली का कार्य कर रहा था। काम के दौरान अचानक संतुलन बिगड़ने से वह खंभे से गिर गया, जिससे उसके सिर में गंभीर चोटें आईं। घायल को फौरन सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ले जाया गया, जहां डॉक्टर अमृत कुमार ने उसका प्राथमिक उपचार किया। डॉक्टर के अनुसार, एसके मिंटू के सिर में गहरी चोटें आई हैं और वह बार-बार बेहोश हो रहा है। उसकी हालत को देखते हुए सिटी स्कैन कराया गया और बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। घायल एसके मिंटू ने होश में आने के बाद बताया कि वह अपने गांव पश्चिम बंगाल के टिंकू सिंह के साथ दो दिन पहले औरंगाबाद आया था। दोनों मिलकर यहां बिजली के काम में लगे हुए थे। हादसे के दिन वह सुबह में पावर सब स्टेशन वियारडा में काम करने के लिए सीढ़ी लगाकर खंभे पर चढ़ा था, तभी अचानक यह हादसा हो गया। इस घटना ने एक बार फिर से बिजली कर्मियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिना उचित सुरक्षा उपकरणों के खंभे पर काम करना बेहद खतरनाक हो सकता है, और इस तरह के हादसे से बचने के लिए सुरक्षा मानकों का पालन किया जाना अत्यंत आवश्यक है। इस हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन और विद्युत विभाग के अधिकारी भी हरकत में आ गए हैं। विभागीय अधिकारीयों ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है। इस घटना के बाद इलाके के लोगों में भी चिंता बढ़ गई है। विद्युत कर्मियों के साथ होने वाले ऐसे हादसों से न केवल उनके परिवारों पर असर पड़ता है, बल्कि स्थानीय समुदाय भी असुरक्षित महसूस करता है। मिंटू के साथी कर्मियों और परिवार वालों में उसकी स्थिति को लेकर गहरी चिंता है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि घायल को उचित और शीघ्र चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जाए, ताकि उसकी जान बचाई जा सके।
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