बिहार बंद के दौरान दलित संगठनों का विरोध: प्रमुख शहरों में हंगामा, ट्रेनें रोकी, पुलिस से भिड़ंत

 बिहार बंद के दौरान दलित संगठनों का विरोध: प्रमुख शहरों में हंगामा, ट्रेनें रोकी, पुलिस से भिड़ंत

पटना। आज बिहार के कई हिस्सों में दलित संगठनों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के SC आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले के खिलाफ भारत बंद का आयोजन किया गया। इस बंद का असर राज्य के कई प्रमुख शहरों में देखा गया, जहां प्रदर्शनकारियों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, सड़कें जाम कीं, और ट्रेन सेवाओं को बाधित किया। आरा रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने रानी कमलापति-सहरसा एक्सप्रेस (01663) ट्रेन को रोका। प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर बैठ गए और ट्रेन सेवाओं को बाधित किया। इसी तरह, दरभंगा में भी बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को रोक दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन के ऊपर चढ़कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इन घटनाओं के कारण रेलवे सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

पटना में जबरन दुकानें बंद, पुलिस से नोकझोंक

राजधानी पटना के महेंद्रु इलाके में प्रदर्शनकारियों ने दुकानों को जबरन बंद करवा दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों के साथ उनकी नोकझोंक हो गई। इसके बावजूद, प्रदर्शनकारियों ने डाकबंगला की ओर मार्च किया, जहां पहले से ही भारी पुलिस बल तैनात था।

पूर्णिया और समस्तीपुर में सड़कों पर हंगामा

पूर्णिया में प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर आगजनी की, जिससे यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। वहीं, समस्तीपुर में बंद समर्थकों ने हॉस्पिटल गोलंबर के पास समस्तीपुर-पटना मुख्य मार्ग को जाम कर दिया, जिससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

बिहार पुलिस का अलर्ट और सुरक्षा इंतजाम

इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बिहार पुलिस ने राज्यभर में अलर्ट जारी किया है। सभी जिलों के एसपी और अन्य उच्च अधिकारियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड जैसे संवेदनशील इलाकों में पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है। इसके अलावा, ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जगह-जगह ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की गई है।

प्रदर्शनकारियों की मांगें और भविष्य की रणनीति

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला दलित समुदाय के अधिकारों के खिलाफ है और इसे वापस लिया जाना चाहिए। उनका कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे।बिहार बंद के इस व्यापक प्रदर्शन से राज्य के कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित हुआ है, और आगे भी इस मुद्दे पर तनाव बढ़ने की आशंका है। अब यह देखना होगा कि राज्य और केंद्र सरकारें इस मुद्दे को कैसे सुलझाती हैं और प्रदर्शनकारियों की मांगों का क्या समाधान निकालती हैं।

Views: 0
Tags:

About The Author

Saket Kumar Picture

साकेत कुमार, BJMC 

उप-सम्पादक

सोन वर्षा वाणी 

7766886433

Related Posts