पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की छठवीं पुण्यतिथि: राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी और अन्य प्रमुख नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली। आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की छठवीं पुण्यतिथि है। अटल जी का निधन 16 अगस्त 2018 को 83 साल की उम्र में हुआ था। उनकी पुण्यतिथि पर दिल्ली स्थित उनकी समाधि स्थल 'सदैव अटल' पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया, जिसमें देश के कई प्रमुख नेता शामिल हुए। समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और कई अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। इनके साथ ही NDA एलायंस और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य भी श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे। गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अटल बिहारी वाजपेयी की महानता को स्वीकार करते हुए लिखा, “प्रधानमंत्री के तौर पर अटल जी ने देश को सामरिक और आर्थिक रूप से मजबूत किया। उनकी निष्ठा और सिद्धांतों के प्रति अडिगता की मिसाल हमेशा याद की जाएगी।अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में उपस्थित नेताओं ने अटल जी के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने विशेष रूप से अटल जी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी अटल जी की समाधि पर पुष्प चढ़ाए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। अटल बिहारी वाजपेयी की गोद ली हुई बेटी नमिता कौल भट्टाचार्य ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। वे भारतीय राजनीति के एक प्रमुख चेहरा थे और भारतीय जनता पार्टी के स्तंभों में से एक माने जाते हैं। अटल जी भारत के पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने अपने कार्यकाल को पूरा किया। उन्होंने 1977 से 1979 तक प्रधानमंत्री मोराजी देसाई के मंत्रिमंडल में विदेश मंत्री के रूप में भी कार्य किया।
अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री के कार्यकाल की प्रमुख बातें:
-
पहली बार प्रधानमंत्री: 1996 में 13 दिनों के लिए प्रधानमंत्री बने, लेकिन बहुमत साबित नहीं कर पाने के कारण इस्तीफा देना पड़ा।
-
दूसरी बार प्रधानमंत्री: 1998 में प्रधानमंत्री बने। सहयोगी पार्टियों के समर्थन वापस लेने के कारण 13 महीने बाद आम चुनाव हुए।
-
तीसरी बार प्रधानमंत्री: 13 अक्टूबर 1999 को तीसरी बार प्रधानमंत्री बने और 2004 तक अपने कार्यकाल को पूरा किया।
उनकी राजनीति में स्थिरता, दृढ़ता और देश के प्रति उनकी निष्ठा की मिसाल के रूप में हमेशा याद की जाएगी। अटल बिहारी वाजपेयी ने भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया और उनके योगदान को हमेशा सम्मानित किया जाएगा।
About The Author
