भागलपुर: नवगछिया में दो युवकों ने एक-दूसरे को मारी गोली, अस्पताल पहुंचने से पहले मौत

भागलपुर: नवगछिया में दो युवकों ने एक-दूसरे को मारी गोली, अस्पताल पहुंचने से पहले मौत

भागलपुर।  नवगछिया पुलिस जिला में गुरुवार रात सनसनीखेज वारदात हुई, जहां दो युवकों ने एक-दूसरे पर गोलियां चला दीं। गंभीर रूप से घायल दोनों युवकों ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। घटना रंगरा थाना क्षेत्र के भवानीपुर स्थित काली स्थान की है। मृतकों की पहचान भवानीपुर निवासी सुनील पोद्दार के बेटे करण पोद्दार (30) और स्व. बालकृष्ण मिश्रा के बेटे सोनू उर्फ शुभम मिश्रा (25) के रूप में हुई है।

गांजा पीने के बाद हुआ विवाद, चली गोलियां

स्थानीय लोगों के अनुसार, काली मंदिर के पास करण पोद्दार अपने दोस्त शुभम झा के साथ बैठकर गांजा पी रहा था। इसी दौरान कार से गांव के ही प्रीतम यादव, मुंशी यादव और सोनू झा वहां पहुंचे। सभी ने गांजा पिया और फिर वहां से जाने लगे। तभी अचानक शुभम मिश्रा ने अपनी कमर से पिस्तौल निकालकर करण पोद्दार पर फायरिंग कर दी। करण ने भी जवाबी फायरिंग की। इस दौरान करण के दोस्त सोनू झा ने भी शुभम मिश्रा पर गोली चला दी।इस गोलीबारी में शुभम को एक गोली सीने और एक हाथ में लगी, जबकि करण के सीने में तीन गोलियां मारी गईं। दोनों कुछ दूर तक भागे, लेकिन सड़क पर गिर गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों के शव 50 मीटर की दूरी पर मिले।

इलाज के दौरान मौत, परिजनों का हंगामा

घटना की जानकारी मिलते ही दोनों के परिजन मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें अनुमंडलीय अस्पताल नवगछिया ले जाया गया। वहां से डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही दोनों की मौत हो गई। डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।स्थानीय लोगों का कहना है कि करण पोद्दार स्मैक का बड़ा धंधेबाज था और हमेशा नशे में रहता था। वहीं, शुभम एक निजी स्कूल में शिक्षक था और पढ़ाई-लिखाई से जुड़ा हुआ था। करण की दो साल पहले शादी हुई थी और उसका एक साल का बेटा भी है।

परिवार में पसरा मातम, मां बोली- साजिश के तहत हुई हत्या

शुभम मिश्रा की मां प्रेमलता देवी बेटे की मौत की खबर सुनते ही बेसुध हो गईं। अस्पताल पहुंचकर वह बार-बार यही कह रही थीं, "बेटा खाना खाकर निकला था, हमने रोका भी था, लेकिन नहीं माना। अगर 10 मिनट और रुक जाता तो आज जिंदा होता।"शुभम की बहन शरीक कुमारी ने बताया कि उसके पिता की मौत छह महीने पहले बीमारी के कारण हो गई थी। "हम तीन बहनें हैं और शुभम हमारा इकलौता भाई था। अब हमारा सहारा चला गया।"घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि गोलीबारी अचानक हुई या इसके पीछे कोई पुरानी दुश्मनी थी। पुलिस ने कहा कि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा

 
 
 
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BIHAR - JHARKHAND