पर्यटन मंत्री के रूप में कार्यभार सँभालते ही अरुण शंकर प्रसाद सक्रिय, बिहार को वैश्विक पर्यटन हब बनाने की तैयारी तेज
पटना। नवनिर्वाचित पर्यटन मंत्री अरुण शंकर प्रसाद ने मुख्य सचिवालय स्थित पर्यटन विभाग कार्यालय में पदभार ग्रहण किया। पदभार संभालने के साथ ही विभागीय अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और भविष्य की कार्ययोजना पर प्रारंभिक चर्चा हुई। मंत्री ने कहा कि बिहार केवल एक राज्य नहीं, बल्कि विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं, सांस्कृतिक धरोहरों और धार्मिक स्थलों का संगम रहा है, जिसके कारण यह दुनिया भर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन सकता है। उन्होंने बताया कि बौद्ध, जैन, रामायण, सूफी और इको पर्यटन जैसे सर्किट बिहार की पहचान हैं और इन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक विकसित करने की आवश्यकता है।
मंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यटन अवसंरचना को मजबूती देना सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसी के तहत पटना, राजगीर, नालंदा और वैशाली में फाइव स्टार होटलों के निर्माण की योजना को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने यह भी बताया कि सीतामढ़ी के पुनौराधाम में भव्य माता जानकी मंदिर, सोनपुर हरिहरक्षेत्र कॉरिडोर, गया के विष्णुपद मंदिर कॉरिडोर, महाबोधि कॉरिडोर और बोधगया मेडिटेशन सेंटर जैसे कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पहले से स्वीकृत हैं और इन योजनाओं को समय पर पूरा कराना पर्यटन विभाग की जिम्मेदारी होगी।
उन्होंने कहा कि बिहार में पर्यटक कम आते हैं, यह धारणा गलत साबित हो चुकी है। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2024 में छह करोड़ साठ लाख से अधिक देसी-विदेशी पर्यटकों ने बिहार का भ्रमण किया था, जबकि वर्ष 2025 में सितंबर तक पाँच करोड़ दस लाख से अधिक पर्यटक राज्य आ चुके हैं। इन आँकड़ों के साथ बिहार देश के पर्यटन के मामले में शीर्ष दस राज्यों में शामिल है और अगले पांच वर्षों में इसे शीर्ष पांच राज्यों तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह सुखद परिवर्तन है कि अब पर्यटक बिहार के धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों पर रुककर समय गुजारते हैं और यात्रा को आनंददायक अनुभव के रूप में महसूस करते हैं।
मंत्री ने स्वीकार किया कि बिहार में पर्यटन उद्योग के विस्तार की असीम संभावनाएं मौजूद हैं और इस क्षेत्र को रोजगार और निवेश का बड़ा माध्यम बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। पर्यटन स्थलों का व्यापक विकास, पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधाओं को मजबूत करना, परिवहन व्यवस्था को बेहतर बनाना और निवेशकों के लिए आकर्षक सब्सिडी प्रदान करना राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने कहा कि विभाग का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि बिहार आने वाला प्रत्येक पर्यटक सुरक्षित, सहज और यादगार अनुभव लेकर लौटे, ताकि बिहार की सांस्कृतिक परंपरा और विरासत की छाप दुनिया भर में और विस्तृत हो सके।
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