रोहतास से अमेरिका तक : मानवी की नई शुरुआत की दिल छू लेने वाली कहानी
रोहतास। रोहतास की छोटी-सी मानवी आज एक बिल्कुल नई दुनिया की ओर बढ़ चली—हजारों मील दूर, महासागरों के पार, अमेरिका के ओहायो राज्य में, जहां उसके लिए एक नया परिवार, नई मुस्कानें और नया भविष्य इंतजार कर रहा है। मंगलवार का दिन रोहतास के लिए ऐतिहासिक रहा, क्योंकि पहली बार जिले में किसी परित्यक्त बच्चे का अंतर्देशीय दत्तक ग्रहण सफलतापूर्वक पूरा हुआ।
एक साल की मानवी के जीवन में आया नया उजाला
मानवी, जो अब तक सासाराम स्थित विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान (SAA) में पल रही थी, आज अपने नए माता-पिता की गोद में मुस्कुरा रही थी। जिला मुख्यालय के समाहरणालय कक्ष में पूरा माहौल बेहद भावुक था। जिलाधिकारी उदिता सिंह ने कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए बच्ची को उसके दत्तक माता-पिता नंदा बलौड और आयरन बलौड को सौंपा। दोनों अमेरिका के ओहायो से लंबी यात्रा कर मानवी से मिलने रोहतास पहुंचे थे। जैसे ही मानवी को उनकी बाहों में दिया गया, कुर्सियों पर बैठे सभी लोग उस पल की गर्माहट को महसूस कर सकते थे।
“यह पल हमारे दिल में हमेशा जीवित रहेगा”
मानवी को गोद लेने के बाद अमेरिकी दंपती की आंखें खुशी से चमक उठीं। उन्होंने कहा हमारी जिंदगी का यह सबसे खूबसूरत और अनमोल पल है। मानवी अब हमारे परिवार का हिस्सा है। हम उसे प्यार से, सुरक्षा से और हर खुशी के साथ पालेंगे। यह पल हमेशा के लिए हमें याद रहेगा। उनकी आवाज़ में भावनाओं की खनक साफ महसूस की जा सकती थी।
जिलाधिकारी ने दी शुभकामनाएं
जिलाधिकारी उदिता सिंह ने मानवी की नई यात्रा पर खुश होकर कहा की हर बच्चे को एक सुरक्षित और स्नेहपूर्ण परिवार मिलना चाहिए। मानवी आज एक नए अध्याय की ओर जा रही है। हमारी शुभकामनाएं उसके साथ हैं। उन्होंने बाल संरक्षण इकाई को भी निर्देश दिया कि आगे भी जरूरतमंद बच्चों के लिए इसी प्रकार पुनर्वास और देखभाल की प्रक्रिया जारी रखी जाए।
CARA के दिशा-निर्देशों के तहत पूरी हुई प्रक्रिया
जिला बाल संरक्षण इकाई की पदाधिकारी विनीता कुमारी ने बताया कि दंपति को मानवी का एडॉप्शन CARA के सभी मानकों के तहत फाइनल किया गया। टीकाकरण, स्वास्थ्य और विकास संबंधी जरूरी सलाह भी दंपति को दी गई। विनीता ने कहा की मानवी की जिंदगी में एक नई सुबह आई है। दोनों माता-पिता उसकी हर जरूरत का ख्याल रखने के लिए बेहद उत्साहित और समर्पित दिखाई दे रहे हैं।
विदाई का दृश्य जिसने सबको भावुक कर दिया
जैसे ही दंपती मानवी को लेकर कार की ओर बढ़े, मानवी की छोटी-छोटी उंगलियां अपने नए माता-पिता की गर्दन से लिपटी थीं। पीछे खड़े SAA के कर्मचारी और जिला प्रशासन के अधिकारी उसे जाते हुए देख भावुक हो उठे।
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