वतन वापसी पर विनेश फोगाट का भव्य स्वागत: एयरपोर्ट पर साक्षी के गले लगकर हुईं भावुक, ओपन जीप में गांव की ओर रवाना
दिल्ली। भारतीय कुश्ती की स्टार विनेश फोगाट, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक के फाइनल मुकाबले से पहले ही डिस्क्वालिफिकेशन का सामना किया था, वतन लौट आई हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के दौरान भावनाएं उमड़ पड़ीं। विनेश जब एयरपोर्ट से बाहर निकलीं, तो उनकी आंखों में आंसू थे। अपनी साथी रेसलर साक्षी मलिक को गले लगाते हुए वे फूट-फूट कर रो पड़ीं। इस दृश्य ने वहां मौजूद सभी लोगों को भावुक कर दिया।
ओपन जीप में गांव के लिए रवाना
दिल्ली एयरपोर्ट से बाहर आते ही विनेश फोगाट को ओपन जीप में उनके पैतृक गांव बलाली (चरखी दादरी जिला) की ओर रवाना किया गया। इस सफर के दौरान, लगभग 125 किलोमीटर के रास्ते में हर जगह उनके स्वागत की तैयारियां की गई थीं। गांव के खेल स्टेडियम में उनके सम्मान में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जहां गांववासी और प्रशंसक बड़ी संख्या में जुटने वाले हैं।
गोल्ड विजेता जैसा सम्मान
बलाली गांव के पूर्व सरपंच, राजेश सांगवान ने बताया कि विनेश को गोल्ड विजेता की तरह ही सम्मानित किया जाएगा। भले ही उन्होंने इस बार मेडल नहीं जीता, लेकिन देश के लिए उनका योगदान और मेहनत अनमोल है। इस कार्यक्रम के लिए देसी घी के व्यंजन तैयार किए जा रहे हैं, और प्लेयर, कोच समेत अन्य अतिथियों को पहलवानों वाली डाइट दी जाएगी।
भाई ने किया पूरा आयोजन
विनेश के भाई हरवेन्द्र फोगाट ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए पूरा रूट मैप तैयार किया गया है। उन्होंने कहा, "विनेश भले ही मेडल नहीं जीत सकी, लेकिन पूरे देश का आशीर्वाद और समर्थन उसके साथ है। हम उसे देश की आवाज मानते हैं और उसके लिए यह सम्मान समारोह आयोजित कर रहे हैं।"
सरकारी सम्मान और पुरस्कार
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कुछ दिन पहले ही विनेश फोगाट को 4 करोड़ रुपए और सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया था। हालांकि, हाल ही में आचार संहिता लागू होने के कारण राज्य सरकार के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकेंगे। लेकिन गांव और समर्थकों ने विनेश के लिए एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया है।
देशवासियों का आभार व्यक्त किया
दिल्ली एयरपोर्ट पर भावुक होते हुए विनेश फोगाट ने देशवासियों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, "मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे इतना प्यार और समर्थन मिला। मैं हर उस व्यक्ति की आभारी हूं, जिसने इस मुश्किल समय में मेरा साथ दिया। विनेश के गांव बलाली में उनके स्वागत के लिए लोग उमड़ पड़े हैं। गांव के हर कोने को सजाया गया है, और सभी लोग विनेश के सम्मान में एकजुट होकर उनका स्वागत करने के लिए तैयार हैं। विनेश फोगाट की यह वतन वापसी सिर्फ एक खिलाड़ी की नहीं, बल्कि उस साहस, धैर्य और मेहनत की वापसी है, जिसने हर भारतीय को गर्व का अनुभव कराया है। भले ही इस बार पदक नहीं मिला, लेकिन विनेश ने दिल जरूर जीत लिया। उनके स्वागत में उमड़ा यह जनसैलाब इस बात का गवाह है कि वह हमेशा हमारे दिलों में गोल्ड मेडलिस्ट ही रहेंगी।
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