रफीगंज में एनडीए प्रत्याशी प्रमोद कुमार सिंह का जनसंपर्क अभियान तेज, विकास को बताया प्राथमिक लक्ष्य

रफीगंज में एनडीए प्रत्याशी प्रमोद कुमार सिंह का जनसंपर्क अभियान तेज, विकास को बताया प्राथमिक लक्ष्य

मदनपुर, औरंगाबाद। बिहार विधानसभा चुनाव का माहौल गरमाता जा रहा है और इसी बीच एनडीए प्रत्याशी प्रमोद कुमार सिंह ने रफीगंज विधानसभा क्षेत्र में अपना जनसंपर्क अभियान तेज़ कर दिया है। बुधवार को उन्होंने मदनपुर प्रखंड के कई गांवों का भ्रमण कर ग्रामीणों से मुलाकात की और उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के विकास कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि रफीगंज का विकास और युवाओं का सशक्तिकरण उनकी पहली प्राथमिकता होगी। क्षेत्र में अब तक हुए विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने जनता से कहा कि अब बदलाव की दिशा में और मजबूती से कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा — “रफीगंज की जनता ने हमेशा मुझे स्नेह और आशीर्वाद दिया है। इस बार मैं उस विश्वास को ठोस विकास कार्यों के जरिए लौटाना चाहता हूं।

रफीगंज को अनुमंडल का दर्जा दिलाने का वादा

अपने संबोधन में प्रमोद कुमार सिंह ने रफीगंज के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यदि जनता ने उन्हें मौका दिया, तो रफीगंज को अनुमंडल का दर्जा दिलाने के लिए वे हर स्तर पर संघर्ष करेंगे। साथ ही उन्होंने क्षेत्र में एक डिग्री कॉलेज की स्थापना, किसानों को सस्ती सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने, ग्रामीण सड़कों के जीर्णोद्धार, और हर पंचायत में स्वास्थ्य केंद्रों को सक्रिय करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि अब वक्त है कि रफीगंज शिक्षा, रोजगार और उद्योग के क्षेत्र में अपनी नई पहचान बनाए। क्षेत्र के युवा बाहर पलायन करने को मजबूर हैं, लेकिन अगर योजनाओं का सही क्रियान्वयन हो, तो यही युवा रफीगंज की ताकत बन सकते हैं।

जनसमर्थन में जोश, “वीर प्रमोद जिंदाबाद” के नारे

प्रचार अभियान के दौरान गांव-गांव में प्रमोद सिंह का जोरदार स्वागत हुआ। जहां-जहां उनका काफिला पहुंचा, वहां लोगों ने फूल-मालाओं से उनका अभिनंदन किया। महिलाओं ने भी उत्साहपूर्वक स्वागत किया और बच्चों ने ‘वीर प्रमोद जिंदाबाद’ के नारे लगाए। युवाओं ने कहा कि वे ऐसे नेता चाहते हैं जो केवल वादे न करें, बल्कि ज़मीन पर काम करके दिखाएं। प्रचार के दौरान प्रमोद कुमार सिंह ने कहा — “राजनीति मेरे लिए पद पाने का माध्यम नहीं, बल्कि सेवा का रास्ता है। रफीगंज को मैं विकास, शिक्षा और रोजगार के मॉडल के रूप में स्थापित करना चाहता हूं।

पिछली दो बार से रहे मजबूत दावेदार

गौरतलब है कि प्रमोद कुमार सिंह 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में भी 50 हजार से अधिक वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। उस समय भी उन्होंने दमदार मुकाबला किया था, लेकिन जीत से कुछ कदम पीछे रह गए। इस बार उनका संगठन और जनसंपर्क तंत्र पहले से कहीं अधिक सक्रिय है।

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BIHAR - JHARKHAND