बिहार के लाल ईशान किशन बने सबसे महंगे खिलाड़ी
15.25 करोड़ में मुंबई इंडियंस ने लगायी बोली, औरंगाबाद से है गहरा नाता
पटना। आईपीएल से बिहार के लिए बड़ी खबर आ रही है। बिहार के लाल ईशान किशन आईपीएल ऑक्शन 2022 में सबसे महंगे खिलाड़ी बने हैं। मुंबई इंडियंस ने ईशान किशन पर 15 करोड़ 25 लाख की बोली लगायी है। आईपीएल के इतिहास में सबसे महंगे विकेटकीपर के तौर पर इन्होंने अपने स्थान बनाया है। ईशान इस नीलामी के साथ आईपीएल में दूसरे सबसे महंगे भारतीय हो गए हैं। इससे पहले युवराज को 16 करोड़ में दिल्ली कैपिटल्स ने खरीदा था। ईशान ने अपने गुरु महेंद्र सिह धोनी को भी पछाड़ दिया, जिन्हें चेन्नई ने 12 करोड़ में रिटेन किया है। इस नीलामी में ईशान के अलावा श्रेयस अय्यर, हर्षल पटेल और श्रीलंका के हसरंगा ही 10 करोड़ से ज्यादा में बिके। 10 करोड़ से ज्यादा में बिकने वाले हसरंगा पहले विदेशी हैं। ईशान किशन का जन्म बिहार की राजधानी पटना में हुआ था। उनके पिता का नाम प्रणव पांडे है, वह पेशे से बिल्डर है। वे भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिह धोनी और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर और बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट जैसे खिलाड़ियों का अपना आदर्श मानते हैं। आईपीएल में ईशान किशन ने साल 2016 में पदार्पण किया था। 2016 में उन्होंने गुजरात लॉयन्स के आईपीएल मैच खेला था। 2017 में भी ईशान ने इसी टीम के लिए आईपीएल खेला। 2018 में मुबंई इंडियन इंडियंस ने ईशान को खरीदा। आईपीएल में महज 17 गेंदों पर अर्धशतक पूरा करने का ईशान के नाम रिकॉर्ड भी दर्ज है।विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से भारतीय टीम में भी अपनी जगह बनाई। ईशान किशन ने इस लीग में अभी तक 61 मुकाबले खेले हैं, और उन्होंने 136 की ताबड़तोड़ स्ट्राइक रेट के साथ 1452 रन बनाए हैं। किशन को इससे पहले मुंबई ने 6.20 करोड़ रुपए में रिटेन किया था, किशन को इस ऑक्शन में 146% का ग्रोथ मिला है। मुंबई इंडियंस ने अपने इतिहास में पहली बार किसी खिलाड़ी पर ऑक्शन में 10 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए हैं। ईशान किशन मुंबई के लिए लगातार शानदार खेल दिख रहे थे।
औरंगाबाद में है पैतृक आवास :
बता दें कि 1998 में जन्में ईशान किशन का औरंगाबाद जिले से गहरा नाता है। औरंगाबाद जिले के दाउदनगर अनुमंडल अंतर्गत गोरडीहा गांव में ईशान का पैतृक आवास है। ईशान की दादी सुचित्रा सिन्हा नवादा में सिविल सर्जन थी। रिटायरमेंट के बाद दादी ने नवादा में ही अपना घर बना लिया। वहीं उनके माता-पिता दवा व्यवसाय से जुड़े रहे। बाद में वे सभी पटना चले गए और वहीं बस गए। हाल में ईशान ने पटना में आलिशान घर बनाया है। दादा इलाहाबाद से कनीय अभियंता के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। जानकारी के मुताबिक़ वर्ष 2008-09 में गया जिले में बिहार अंडर-16 के खिलाड़ियों का चयन हो रहा था। चयन समिति के अध्यक्ष औरंगाबाद जिले के वरीय स्वतंत्र पत्रकार रवि सिंह थे जिन्होनें पहली बार ईशान किशन का चयन कर उन्हें क्रिकेट की मुख्य धारा से जोड़ा था। अंडर-19 के कप्तान बनने के बाद ईशान किशन आखिरी बार औरंगाबाद आये थे और अपने पैतृक आवास पर जा कर बड़े-बूढ़ों का आशीर्वाद प्राप्त किया था। आज उनकी इस सफलता से पुरे बिहार प्रदेश के साथ-साथ औरंगाबाद जिला विशेष रूप से गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
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