पटना: दानापुर में मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के पांच सदस्यों की दर्दनाक मौत
पटना। पटना से सटे दानापुर के मानस नया पानापुर गांव में रविवार देर रात एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। इंदिरा आवास योजना के तहत बने पुराने और जर्जर मकान की छत अचानक गिर गई, जिससे मोहम्मद बबलू (35), उनकी पत्नी रोशन खातून (30), बेटी रुसार (12), बेटा मो. चांद (10) और दो साल की बेटी चांदनी की मौत हो गई।
हादसे के समय परिवार रात का खाना खाकर सो रहा था। छत गिरते ही घर में भारी मलबा फैल गया। मलबे के नीचे बच्चों का स्कूल बैग, कपड़े, पंखा, कड़ाही, गैस चूल्हा और अन्य घरेलू सामान दब गया। कुछ जगहों पर खून के निशान भी देखे गए। ग्रामीणों ने बताया कि छत गिरने की जोरदार आवाज सुनकर लोग बाहर निकले, तो मकान पूरी तरह ध्वस्त हो चुका था। काफी मशक्कत के बाद मलबा हटाकर पांचों शव बाहर निकाले गए।

मकान की छत गिरने से मोहम्मद बबलू (35), उनकी पत्नी रोशन खातून(30), उनकी बेटी रुसार(12), बेटा मो. चांद(10) और बेटी चांदनी(2) की मौत हो गई है। {फाइल फोटो}
मकान करीब 30 साल पुराना था और दीवारों व छत में पहले ही दरारें आ चुकी थीं। मोहम्मद बबलू परिवार का अकेला कमाने वाला सदस्य था और आर्थिक तंगी के कारण मरम्मत नहीं करवा पा रहा था। आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि घर के सामने खाली जमीन होने के बावजूद यह हादसा हुआ क्योंकि मकान पुराना और कमजोर था।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचे। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया और प्रशासनिक जांच शुरू कर दी गई। थानाध्यक्ष ने बताया कि मलबे की सफाई के बाद पूरी तरह स्थिति का जायजा लिया गया और प्रभावित परिवार को सरकारी सहायता दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अनुमान है कि इस हादसे से परिवार को करीब एक लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
हादसे के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई। आसपास के लोग और रिश्तेदार मौके पर पहुंचे और रो-रोकर परिवार की सहायता करने लगे। पाटलिपुत्र सांसद मीसा भारती, एनडीए प्रत्याशी रामकृपाल यादव, बीजेपी नेता भाई सनोज यादव और राजद प्रत्याशी रीतलाल यादव के परिजन भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। रामकृपाल यादव ने कहा कि यह अत्यंत दुखद और गंभीर घटना है और सरकार से परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की जाएगी।
ग्रामीणों ने बताया कि मोहम्मद बबलू के पांच भाई बाहर रहते हैं और उनकी मां भी गांव के बाहर ही हैं, इसलिए उनका जीवन बच गया। घर के मलबे में दबे शवों को देखकर सभी सहमति में आहत हो गए। सीएम नीतीश कुमार ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और प्रशासन को तुरंत राहत कार्य करने का निर्देश दिया।
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