GPS की मदद से औरंगाबाद में चोरी का ई-रिक्शा और आरोपी पकड़ा गया
औरंगाबाद। शहर के रफीगंज क्षेत्र में चोरी की एक घटना ने पुलिस और जनता का ध्यान आकर्षित किया। 23 तारीख को हुई इस चोरी में एक ई-रिक्शा गायब हो गया था, जिसे मालिक संतोष कुमार सिंह ने रफीगंज थाना में दर्ज कराया। संतोष कुमार सिंह ने बताया कि उनका ई-रिक्शा ललिता हॉल के पास किराए के मकान के बाहर खड़ा था, और सुबह उठने पर उसे गायब पाया। यह ई-रिक्शा उनके लिए आय का मुख्य स्रोत था, इसलिए घटना के बाद वह काफी परेशान हो गए। चोरी की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्परता से कार्यवाई की। प्रशिक्षु डीएसपी चंदन कुमार ठाकुर ने एस आई परमजीत मंडल, एस आई कुशो कुमार, एवं अनुसंधानकर्ता मृत्युंजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की। सौभाग्य से, चोरी गए ई-रिक्शा में जीपीएस ट्रैकर लगा हुआ था, जिसकी मदद से पुलिस ने तुरंत ट्रैकिंग शुरू की। GPS सिग्नल ने उन्हें गया जिले के डोभी थाना क्षेत्र के सरजु मांझी के 31 वर्षीय पुत्र जितेंद्र मांझी तक पहुंचाया। जितेंद्र मांझी को बोधगया थाना के कलहौरा गांव से गिरफ्तार किया गया और चोरी का ई-रिक्शा (BR 26ER 2068) बरामद किया गया। इस घटना ने शहर में सुरक्षा के महत्व पर एक बार फिर जोर दिया है। जहां एक ओर, जीपीएस तकनीक ने चोरी के मामलों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, वहीं दूसरी ओर, इसने अपराधियों को पकड़ने में पुलिस की मदद की है। पुलिस ने इस घटना को एक सफलतापूर्वक सुलझाने का दावा किया है, लेकिन यह सवाल भी उठता है कि क्या यह एक अकेली घटना थी या फिर यह चोरी का एक बड़ा रैकेट है? जितेंद्र मांझी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू हो चुकी है, और पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस मामले में अन्य लोग भी शामिल थे।
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