जदयू में बड़ा फेरबदल: मनीष वर्मा को मिल सकती है महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
पटना। 29 जून को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में नीतीश कुमार पार्टी में बड़ा फेरबदल कर सकते हैं। बैठक के एजेंडा में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद की समीक्षा, आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी, और संगठन की मजबूती शामिल हो सकते हैं, लेकिन मुख्य ध्यान पार्टी में होने वाले संभावित बदलावों पर है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, सेवानिवृत्त आईएएस और मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी मनीष वर्मा को जदयू में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। इनके अलावा राज्यसभा सांसद संजय झा को भी महत्वपूर्ण भूमिका दिए जाने की चर्चा है।
संगठन में बदलाव की संभावना
सूत्रों की माने तो फिलहाल नीतीश कुमार पार्टी की कमान अपने ही हाथ में रखने वाले हैं। ऐसे में राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर किसी को नियुक्त नहीं किया जाएगा। हालांकि, मनीष वर्मा को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष या प्रधान महासचिव बनाने की चर्चा है। उपेंद्र कुशवाहा के जाने के बाद संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष पद भी खाली है, जिसे भरने के लिए मनीष वर्मा को जिम्मेदारी दी जा सकती है।
मनीष वर्मा का उदय
मनीष वर्मा पिछले दो वर्षों से नीतीश कुमार के साथ सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। आईएएस की नौकरी से वीआरएस लेने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री का अतिरिक्त परामर्शी बनाया गया था। इसके अलावा वे बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार के सदस्य भी हैं। मनीष वर्मा के लिए विशेष तौर पर इस पद का सृजन किया गया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि नीतीश कुमार उन पर कितना भरोसा करते हैं।
चुनाव में मनीष वर्मा की भूमिका
लोकसभा चुनाव के दौरान मनीष वर्मा ने पूरे बिहार में पार्टी की गतिविधियों पर नजर रखी और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित किया। वे उन सभी सीटों पर गए जहां पार्टी चुनाव लड़ रही थी। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं के बीच अपनी स्वीकार्यता भी बनाई।
सोशल मीडिया पर सक्रियता
मनीष वर्मा चुनाव के बाद भी बिहार के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं और सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। वे सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं और "सीईओ बिहार" नामक पेज पर उनके प्रमोशन के लिए एक प्रोफेशनल टीम काम कर रही है। इस बैठक में होने वाले संभावित फेरबदल को लेकर पार्टी के छोटे से लेकर बड़े नेता तक चुप्पी साधे हुए हैं और इसे केवल एक रूटीन बैठक बता रहे हैं। लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।नीतीश कुमार के भरोसेमंद मनीष वर्मा की पार्टी में औपचारिक एंट्री और बड़ी जिम्मेदारी मिलने की चर्चा ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। नीतीश कुमार के भरोसेमंद मनीष वर्मा की पार्टी में औपचारिक एंट्री और बड़ी जिम्मेदारी मिलने की चर्चा ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। अब देखना यह होगा कि 29 जून की बैठक में कौन-कौन से बड़े फैसले लिए जाते हैं।
About The Author
