बिहार – विधानसभा चुनाव से पहले पटना में पोस्टर वॉर तेज, नीतीश कुमार पर सीधा हमला, जवाब में दिखा विकास का प्रचार

बिहार – विधानसभा चुनाव से पहले पटना में पोस्टर वॉर तेज, नीतीश कुमार पर सीधा हमला, जवाब में दिखा विकास का प्रचार

 बिहार। में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों की सरगर्मी भी तेज होती जा रही है। चुनावी मंचों पर जहां जुबानी हमले देखने को मिल रहे हैं, वहीं अब राजधानी पटना की दीवारें भी पोस्टर युद्ध का नया मैदान बन गई हैं। पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का यह सिलसिला अब पोस्टरों के जरिए जनता तक पहुंचाया जा रहा है।पटना के प्रमुख चौराहों, दीवारों और सार्वजनिक स्थानों पर यूथ कांग्रेस की ओर से लगाए गए पोस्टरों ने सियासी माहौल को और गरमा दिया है। इन पोस्टरों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 20 साल के लंबे कार्यकाल को एक 'विफलता' के रूप में दर्शाया गया है। एक पोस्टर में नीतीश कुमार की एक ऐसी तस्वीर लगाई गई है जिसमें वे सिर पकड़े हुए नज़र आ रहे हैं और उसके चारों ओर ‘अपराध’, ‘भ्रष्टाचार’, ‘असुरक्षित महिलाएं’, ‘बेरोजगारी’ और ‘पलायन’ जैसे मुद्दों को उकेरा गया है। पोस्टर पर लिखा गया है – "देख लिया है साल 20, नहीं चलेंगे चाचा नीतीश।" यह नारा युवाओं के बीच खासा चर्चित हो रहा है।

जेडीयू का जवाबी पोस्टर अभियान

यूथ कांग्रेस के इन पोस्टरों के जवाब में जेडीयू ने भी मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को पटना स्थित जेडीयू कार्यालय में पुराने पोस्टरों को हटाकर नए पोस्टर लगाए गए, जिनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में दर्शाया गया है। एक बड़े पोस्टर पर लिखा गया है – "2025 से 2030 फिर से नीतीश कुमार", जो साफ तौर पर यह संकेत देता है कि पार्टी आगामी चुनाव में भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में मैदान में उतरेगी।इन नए पोस्टरों में सरकार की योजनाओं और नीतीश कुमार के अब तक के कार्यकाल की उपलब्धियों को भी दर्शाया गया है। "रोजगार मतलब नीतीश सरकार", "बहन बेटियों के सपने साकार, धन्यवाद नीतीश सरकार" और "सुशासन की रफ्तार, बिहार में बहार" जैसे नारे इन पोस्टरों में प्रमुखता से लिखे गए हैं।

वोटरों को साधने की रणनीति

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि ये पोस्टर वॉर अब सिर्फ दीवारों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि सोशल मीडिया से लेकर गांव-गांव तक इसका असर दिखाई देगा। जहां एक ओर कांग्रेस जैसे विपक्षी दल नीतीश सरकार को विफल साबित करने में जुटे हैं, वहीं जेडीयू नीतीश कुमार के चेहरे को आगे रखकर एक बार फिर जनता का भरोसा जीतने की कोशिश कर रही है।चुनावी मौसम की शुरुआत ऐसे पोस्टर जंग से हो चुकी है, और माना जा रहा है कि जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आएगी, ये सियासी हमले और तेज होंगे। जनता के बीच अब असली सवाल यह है कि क्या नीतीश कुमार को फिर से मौका मिलेगा या इस बार जनता कुछ नया देखना चाहेगी?

 
Views: 4
Tags:

About The Author

Aman Raj Verma Picture

Journalist

BIHAR - JHARKHAND