बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस की तैयारियां तेज, वीआईपी सुरक्षा होगी और मजबूत
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस मुख्यालय ने सुरक्षा तैयारियां तेज कर दी हैं। चुनाव प्रचार के दौरान वीवीआईपी और वीआईपी की सुरक्षा में कोई चूक न हो, इसके लिए बिहार पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गई है। आगामी कुछ महीनों में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें कई बड़े नेता और वीआईपी चुनाव प्रचार के लिए राज्य में आएंगे। इनकी सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने के लिए पुलिस मुख्यालय ने विशेष रणनीति तैयार की है। इसी कड़ी में सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को 13 अप्रैल तक "सिक्योरिटी पोल" तैयार कर उसकी सूची सौंपने का निर्देश दिया गया है।
एसपीजी की तर्ज पर होगा सिक्योरिटी पोल का गठन
बिहार में पहली बार एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) की तर्ज पर "सिक्योरिटी पोल" तैयार किया जा रहा है। इस सुरक्षा दस्ते में तैनात पुलिसकर्मी खाकी वर्दी में नहीं होंगे, बल्कि उनकी ड्रेस कोड अलग रखी जाएगी।
- सफेद शर्ट, काली पैंट, काले चमड़े का बेल्ट और जूते अनिवार्य होंगे।
- ब्लैक या ब्लू रंग के मोजे पहनने होंगे।
- वीआईपी की सुरक्षा में तैनात कारकेड के ड्राइवर भी इसी यूनिफॉर्म में होंगे।
हर जिले में तैयार होंगे 6 से 30 पुलिसकर्मियों के सुरक्षा दल
पुलिस मुख्यालय की योजना के अनुसार, हर जिले में सिक्योरिटी पोल 6, 12 या 30 पुलिसकर्मियों का एक विशेष दल होगा। गौरतलब है कि 2023 में ही बिहार पुलिस ने सिक्योरिटी पोल का गठन किया था, लेकिन अब तक यह प्रभावी तरीके से लागू नहीं हो सका था। अब इसको पूरी तरह एक्टिव किया जा रहा है। राज्य के आईजी और डीआईजी स्तर के अधिकारियों ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि सिक्योरिटी पोल में चुस्त और तेजतर्रार पुलिसकर्मियों की तैनाती हो। इसी के तहत नई यूनिफॉर्म, जूते और अन्य उपकरणों की खरीदारी का काम भी शुरू कर दिया गया है। अब तक वीआईपी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी अक्सर बेतरतीब कपड़ों में नजर आते थे, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठते थे और उच्च अधिकारियों को आलोचना झेलनी पड़ती थी। इस नई व्यवस्था से सुरक्षा और अनुशासन में सुधार की उम्मीद की जा रही है। बिहार पुलिस की इस नई पहल से विधानसभा चुनाव के दौरान वीआईपी और वीवीआईपी सुरक्षा को पुख्ता करने में मदद मिलेगी और सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक व्यवस्थित बनाया जाएगा।
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