बीजेपी ने पार्टी से पवन सिंह को किया निष्कासित
पवन सिंह पर अनुशासनहीनता और दल विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए यह कार्रवाई की गई है बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी के आदेश से उन्हें पार्टी निष्कासित किया गया है
पटना। भोजपुरी एक्टर और काराकाट से निर्दलीय उम्मीदवार पवन सिंह को भाजपा ने पार्टी से निकाल दिया है। वह काराकाट लोकसभा सीट से एनडीए उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। पवन सिंह पर अनुशासनहीनता और दल विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए यह कार्रवाई की गई है। बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी के आदेश से उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया है। बिहार बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय प्रभारी अरविंद शर्मा की ओर से जारी निष्कासन आदेश में लिखा गया है, 'पवन सिंह लोकसभा चुनाव में एनडीए के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. उनका यह कार्य दल विरोधी है।
बीजेपी की ओर से ये लेटर जारी किया गया है।
4 सितंबर 2017 में बीजेपी में शामिल हुए थे पवन सिंह
पवन सिंह मूल रूप से भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड के जोकहरी गांव के रहने वाले हैं। वे 4 सितंबर 2017 को भाजपा में शामिल हुए थे। पवन सिंह से पहले मनोज तिवारी, रवि किशन और दिनेश लाल यादव निरहुआ भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़े और अभी सांसद हैं। अगले चुनाव के लिए भाजपा ने इन तीनों को ही फिर से अपनी-अपनी सीटिंग सीट से कैंडिडेट बनाया है। इस तरह पवन सिंह लोकसभा का टिकट पानेवाले भोजपुरी इंड्स्ट्री के चौथे स्टार बन गए हैं।
दिलचस्प बनी है काराकाट की लड़ाई
बता दें कि काराकाट की लड़ाई अब दिलचस्प बनती दिख रही है। एकतरफ जहां एनडीए अपने प्रत्याशी के लिए जोर लगा रहा है। तो दूसरी तरफ महागठबंधन भी ऐड़ी-चोटी का जोर अपने उम्मीदवार के लिए लगाए हुए है। वहीं पवन सिंह मैदान में उतरे तो उनके समर्थक भी पूरी ताकत झोंके हुए हैं। इस बीच अब भाजपा ने पवन सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। अबतक पवन सिंह पार्टी में रहकर ही चुनावी तैयारी में जुटे हुए थे।
बीजेपी ने आसनसोल से दिया था टिकट
बता दें कि पवन सिंह को भाजपा ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल से लोकसभा प्रत्याशी बनाया था। पहले तो पवन सिंह ने इसके लिए बीजेपी को धन्यवाद दिया। बाद में चुनाव नहीं लड़ने की बात कहकर सभी को चौंका दिया। भाजपा की 16 राज्यों के 195 प्रत्याशियों के नाम की लिस्ट में उनका भी नाम था, लेकिन पवन सिंह आसनसोल से लड़ने से इनकार कर दिया था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा था, ‘आसनसोल से उम्मीदवार बनाने के लिए बीजेपी आलाकमान का धन्यवाद। लेकिन, यहां से चुनाव लड़ने में असमर्थ हूं।’ इसके बाद भाजपा ने यहां से एसएस आहलूवालिया को उम्मीदवार बनाया है। माना जा रहा था कि पवन सिंह आरा से लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसके बाद पवन सिंह काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
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