1500 पीजीटी शिक्षकों को मिला जॉइनिंग लेटर: सीएम हेमंत सोरेन बोले- अब तक 60 हजार नौकरियां दी, केंद्र एचईसी को राज्य सरकार को दे
सीएम हेमंत सोरेन ने अपने हाथों से 24 पीजीटी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया
रांची। धुर्वा के प्रभात तारा मैदान में आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 1500 पीजीटी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस मौके पर उन्होंने अपने हाथों से 24 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा, "यह पहला अवसर नहीं है जब हम जॉइनिंग लेटर दे रहे हैं। लेकिन आज का दिन विशेष है, क्योंकि आज शिक्षकों की नियुक्ति हो रही है।"
स्कूल ऑफ एक्सीलेंस से लेकर एक्सिलेंट शिक्षक तक का सफर
मुख्यमंत्री ने कहा, "हमने पहले स्कूल ऑफ एक्सीलेंस दिए थे और अब हम एक्सिलेंट शिक्षक दे रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि ये शिक्षक बेहतरीन परिणाम देंगे और राज्य की शिक्षा व्यवस्था को नई ऊँचाइयों तक ले जाएंगे।" उन्होंने नव-निर्वाचित शिक्षकों से उम्मीद जताई कि वे अपने काम में उत्कृष्टता लाकर राज्य के शिक्षा क्षेत्र में सुधार करेंगे।
एचईसी की दशा पर केंद्र को घेरा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एचईसी की दुर्दशा पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "हमने अब तक विभिन्न क्षेत्रों में 60 हजार नियुक्तियां की हैं, लेकिन केंद्र सरकार की नीतियों के कारण युवाओं को नौकरी नहीं मिल पा रही है। एचईसी, जिसे उद्योगों की जननी कहा जाता है, आज बुरी हालत में है। एक समय था जब यहां 30 हजार लोग काम करते थे, लेकिन अब मुश्किल से 10 हजार लोग बचे हैं।"उन्होंने केंद्र से एचईसी को राज्य सरकार को सौंपने की मांग की और कहा, "अगर केंद्र सरकार एचईसी को राज्य सरकार को सौंप दे तो हम इसे पुनर्जीवित कर सकते हैं।"
चाणक्य के विचारों का जिक्र
मुख्यमंत्री ने चाणक्य के विचारों का जिक्र करते हुए कहा, "चाणक्य ने कहा था कि जिस देश का राजा व्यापारी होगा, उस देश की प्रजा भिखारी होगी। केंद्र सरकार की नीतियों पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि रेल, एयरपोर्ट, बंदरगाह आदि को बेचने की नीति देश के लिए घातक है।"
राजनीतिक षड्यंत्र पर हेमंत सोरेन का प्रहार
मुख्यमंत्री ने अपने ऊपर हुए राजनीतिक षड्यंत्र का जिक्र करते हुए कहा, "विपक्ष ने षड्यंत्र कर मुझे रोका, लेकिन आज सब कुछ सामने है। हमारे आदिवासी समाज को इन षड्यंत्रों का शिकार बनाना आसान नहीं है। जाको राखे साइयां मार सके न कोय। हम इनसे लोहा लेते रहेंगे और युवाओं के हक और अधिकार की रक्षा करेंगे।" इस मौके पर वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव और श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने भी नव-निर्वाचित शिक्षकों को संबोधित किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
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