औरंगाबाद। जिले के प्रसिद्ध देव सूर्य मंदिर में रविवार को पुलिस और श्रद्धालुओं के बीच हुई झड़प ने माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे मामला और गरमा गया है। दोनों पक्षों ने देव थाना में एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।घटना के बारे में जानकारी देते हुए पेठारी गांव के अभिषेक चौहान ने बताया कि वे रविवार को अपने परिजनों के साथ मंदिर दर्शन और पूजा के लिए पहुंचे थे। पूजा के बाद जब वे गाड़ी से लौट रहे थे, तभी ड्यूटी पर तैनात पीएसआई कुणाल कुमार ने दरवाजा खोलने का इशारा किया। अभिषेक के अनुसार, इसी दौरान पीएसआई ने गुस्से में आकर डंडे से उनकी गाड़ी का शीशा तोड़ दिया और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भी दुर्व्यवहार किया। इस घटना से आहत होकर उन्होंने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।
वहीं दूसरी ओर, पीएसआई कुणाल कुमार ने भी अभिषेक चौहान और उनके एक सहयोगी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। पीएसआई ने अपने बयान में बताया कि 20 अप्रैल की सुबह वे साथी पुलिसकर्मियों के साथ मंदिर क्षेत्र में ड्यूटी कर रहे थे। इसी दौरान मुख्य सड़क पर एक स्कॉर्पियो गाड़ी खड़ी थी, जिसकी वजह से हॉस्पिटल मोड़ से लेकर देव किला गेट और दीवान बिगहा मोड़ तक लंबा जाम लग गया। जब वह गाड़ी हटवाने के लिए चालक की तलाश कर रहे थे, तभी दो लोग वहां पहुंचे और चालान काटने की बात पर पुलिस से बहस और बदतमीजी करने लगे। उनका आरोप है कि गाड़ी का चालक वहां से भाग गया और पुलिसकर्मियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई।थानाध्यक्ष ने इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि दोनों पक्षों की तरफ से एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि पीएसआई कुणाल कुमार और एक सिपाही के साथ गाली-गलौज और हाथापाई की गई, यहां तक कि जानलेवा हमला भी हुआ। पीएसआई के दाहिने हाथ की उंगली में गंभीर कट लगा है, जिनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया।
घटना की पूरी वीडियोग्राफी की गई है और अब पुलिस उसी वीडियो के आधार पर जांच में जुटी है। मामले ने तूल पकड़ लिया है और स्थानीय लोग भी इस घटना को लेकर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।मंदिर परिसर में इस तरह की घटना से श्रद्धालुओं में आक्रोश देखा जा रहा है, वहीं पुलिस प्रशासन भी मामले को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष जांच की बात कह रहा है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि दोषी पक्ष पर क्या कार्रवाई होती है।
