औरंगबाद: अंधेरे में डूबा सदर अस्पताल, सरकार के दावों की खुली पोल
औरंगाबाद। जिले का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल — सदर अस्पताल — इन दिनों बदहाली का शिकार है। शनिवार की देर रात अस्पताल में करीब 30 मिनट तक बिजली गुल रही, जिससे मरीजों और डॉक्टरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
गर्मी से बेहाल मरीज इधर-उधर भटकते नजर आए। वही मरीज़ों के परिजनों ने हाथ से पंख डोलते रहे। वेंटिलेशन और पंखे बंद हो जाने से वार्डों में घुटन का माहौल बन गया। स्थिति इतनी गंभीर थी कि डॉक्टरों को मोबाइल फोन की टॉर्च जलाकर मरीजों की जांच करनी पड़ी।
परिजन और मरीज दोनों ही बेबस होकर अस्पताल परिसर में बैठे रहे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बिजली बैकअप की व्यवस्था न होने से यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या सरकारी अस्पताल सिर्फ कागज़ों पर आधुनिक बना है?
सरकार की ओर से लगातार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे उलट है। सदर अस्पताल की यह स्थिति दर्शाती है कि व्यवस्थाओं की पोल खुल चुकी है।
About The Author
