औरंगाबाद: वज्रपात से सुरक्षा हेतु नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से चलाया गया जन-जागरूकता अभियान
औरंगाबाद। जिला पदाधिकारी के आदेश पर औरंगाबाद जिले में वज्रपात से सुरक्षा एवं बचाव के उद्देश्य से जन-जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत जिले के विभिन्न अंचलों में नुक्कड़ नाटकों का आयोजन कर ग्रामीण एवं शहरी इलाकों के लोगों को वज्रपात के समय बरती जाने वाली एहतियातों की जानकारी दी गई।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक आपदा वज्रपात से होने वाली जनहानि को न्यूनतम करना है और साथ ही लोगों को इस प्रकार की आपदाओं से निपटने के लिए पहले से ही सजग और सतर्क बनाना है। नुक्कड़ नाटक के कलाकारों ने रोचक और संवादात्मक तरीके से बताया कि बिजली चमकने या गरजने के दौरान खुले मैदानों, ऊँचे पेड़ों, बिजली के खंभों और विद्युत उपकरणों से कैसे दूरी बनाई जानी चाहिए।
इस जन-जागरूकता अभियान में बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों और किसानों को विशेष रूप से शामिल किया गया। नाटकों की भाषा और शैली इतनी सहज और प्रभावशाली रही कि ग्रामीणों ने इसे गंभीरता से समझा और सराहा। लोगों को यह भी बताया गया कि बिजली गिरने के समय घर के अंदर सुरक्षित स्थान पर रहें, मोबाइल फोन और टेलीविजन जैसे उपकरणों का प्रयोग न करें, और धातु से बनी वस्तुओं से दूरी बनाएं।
जिला प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की गई कि वे मौसम विभाग द्वारा जारी की जाने वाली चेतावनियों को नजरअंदाज न करें और समय पर सावधानी बरतें। प्रशासन ने यह भी कहा कि वज्रपात के समय खेतों में काम करते समय सावधानी बरतना बेहद आवश्यक है।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों को नियमित रूप से चलाया जाएगा ताकि जिले के अधिक से अधिक लोग वज्रपात और अन्य आपदाओं से सुरक्षित रह सकें। प्रशासन ने यह विश्वास भी दिलाया कि जनता की सुरक्षा के लिए भविष्य में भी इस प्रकार की रचनात्मक गतिविधियाँ आयोजित की जाती रहेंगी।
About The Author
