अररिया: बैंककर्मी की मिलीभगत से खाते से निकाल लिए 15 लाख,तीन आरोपी गिरफ्तार
अररिया। बिहार के अररिया जिले में साइबर अपराध थाना पुलिस ने एक संगठित साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक बैंक कर्मचारी और एक सीएसपी संचालक भी शामिल हैं। यह गिरोह खाताधारकों की बिना जानकारी व सत्यापन के मोबाइल नंबर बदलकर, यूपीआई के माध्यम से रकम उड़ा रहा था।
पुलिस जांच में सामने आया कि गिरोह ने 20 मई से 27 मई 2025 के बीच एक ही खाते से ₹15,62,201 की अवैध निकासी की थी। मामला तब सामने आया जब भरगामा के खजूरी गांव निवासी पवन कुमार ने 18 जून को साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई कि उनके पिता श्याम सुंदर यादव के फारबिसगंज के अड़राहा एक्सिस बैंक खाते से रकम गायब हो गई है।
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अररिया एसपी अंजनी कुमार के निर्देश पर साइबर अपराध थाना की थानाध्यक्ष डीएसपी रजिया सुल्ताना की अगुवाई में एक विशेष छापेमारी दल गठित किया गया। इस टीम में एसआई कुंदन कुमार, सरोज कुमार, मनीषा कुमारी, दीपक कुमार दास और सिपाही अमरजीत कुमार शामिल थे।
पुलिस जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि इस ठगी में बैंक कर्मचारी की मिलीभगत थी। तकनीकी विश्लेषण और अकाउंट स्टेटमेंट की जांच के आधार पर फारबिसगंज के बड़ी पानी टंकी निवासी यश कुमार (पिता दिनेश प्रसाद गुप्ता) को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में यश ने कबूल किया कि वह गिरोह में शामिल था और उसके साथ नरपतगंज थाना क्षेत्र के खाबदह कन्हैली गांव के सीएसपी संचालक आमोद लाहोटिया तथा अड़राहा एक्सिस बैंक के कर्मचारी राजू रंजन भी शामिल थे।
गिरफ्तार सीएसपी संचालक आमोद लाहोटिया के खिलाफ पहले से दिल्ली में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज है और दिल्ली पुलिस भी उसकी तलाश कर रही थी। पुलिस ने गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 6 मोबाइल फोन 15 आधार और पैन कार्ड विभिन्न बैंकों के 4 एटीएम कार्ड वोटर कार्ड जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिवाइस जब्त किए हैं।
एसपी अंजनी कुमार ने कहा कि साइबर ठग अब तकनीक का इस्तेमाल कर बैंक खातों से पैसे उड़ाने लगे हैं, इसलिए आम जनता को भी जागरूक रहना होगा। किसी भी तरह के मोबाइल नंबर, बैंक जानकारी या ओटीपी को साझा करने से बचें। पुलिस आगे भी इस मामले में अन्य संलिप्त लोगों की तलाश कर रही है।
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