गयाजी: शेरघाटी में चर्चित चिकित्सक डॉ. तपेश्वर सिंह पर फायरिंग जबड़े में लगी गोली, गंभीर
गयाजी। गयाजी जिले के शेरघाटी अनुमंडल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां शहर के प्रख्यात चिकित्सक और शेरघाटी अनुमंडलीय अस्पताल के पूर्व प्रभारी डॉ. तपेश्वर सिंह पर जानलेवा हमला हुआ। यह घटना शुक्रवार सुबह शेखपुरा मोहल्ले के पास उस वक्त घटी, जब डॉक्टर रोजाना की तरह मॉर्निंग वॉक से लौट रहे थे। रास्ते में बाइक सवार तीन हमलावरों ने उन पर अचानक गोलियां चला दीं, जिसमें एक गोली उनके जबड़े के पास लगते हुए निकल गई। गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद डॉ. सिंह ने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने खुद को संभालते हुए तीन किलोमीटर तक स्कूटी चलाकर शेरघाटी के सरकारी अस्पताल पहुंचे, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्होंने खुद को मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, गया के लिए रेफर भी करवाया। फिलहाल उनकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि डॉ. तपेश्वर सिंह का अपने परिवार, विशेषकर अमेरिका में रहने वाले बेटे से संपत्ति को लेकर गंभीर विवाद चल रहा है। यह कोई पहली बार नहीं है जब उन्हें निशाना बनाया गया हो। इससे पहले इसी साल 6 जनवरी को उनके क्लिनिक पर बमबाजी और गोलीबारी की गई थी। उस हमले में भी संपत्ति विवाद की भूमिका सामने आई थी। डॉ. सिंह के दो बेटे हैं—एक भारत में उनके साथ रहता है और दूसरा विदेश में। पुलिस को शक है कि इस हमले के पीछे पारिवारिक विवाद की कड़ी भी हो सकती है।
घटना के प्रत्यक्षदर्शी भूषण चौधरी के अनुसार, “डॉ. साहब रोज सुबह अपने घर से करीब दो किलोमीटर दूर एक बगीचे में मॉर्निंग वॉक के लिए जाते हैं। शुक्रवार सुबह जब वे लौट रहे थे, तभी शेखपुरा मोहल्ले के पास बाइक सवार तीन अपराधियों ने उन पर टारगेट कर तीन राउंड फायरिंग की। दो गोलियां चूक गईं, लेकिन एक गोली जबड़े को छूते हुए निकल गई। गोली की आवाज सुनकर मोहल्ले के लोग दौड़ पड़े और उन्होंने अपराधियों पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिससे हमलावर मौके से भाग खड़े हुए। घटना की सूचना मिलते ही शेरघाटी थानाध्यक्ष अजीत कुमार और गया के एएसपी शैलेन्द्र सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल से एक लोडेड पिस्टल बरामद किया है, जिसे हमलावर भागते वक्त गिरा गए थे। पुलिस आसपास के क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाल रही है ताकि हमलावरों की पहचान और उनकी गतिविधियों का सुराग लगाया जा सके।
एएसपी शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में तीन अपराधियों के शामिल होने की पुष्टि हुई है। गोली जबड़े के पास लगी है और पीड़ित को इलाज के लिए भेजा गया है। अभी हमले के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं है, लेकिन हर पहलू से जांच जारी है। वहीं, शेरघाटी थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने कहा, “हमलावरों की पहचान कर ली गई है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। प्रारंभिक साक्ष्य और घटनास्थल से मिले सुराग काफी अहम हैं। हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और जल्द ही खुलासा किया जाएगा।”
इस हमले के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। खासकर चिकित्सकों और बुद्धिजीवी वर्ग में आक्रोश देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि अगर एक वरिष्ठ डॉक्टर को इस तरह दिनदहाड़े निशाना बनाया जा सकता है, तो आम नागरिक कितने सुरक्षित हैं? कई स्थानीय नागरिकों और चिकित्सकों ने प्रशासन से हमलावरों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। डॉ. तपेश्वर सिंह शेरघाटी क्षेत्र में न केवल एक अनुभवी चिकित्सक के रूप में जाने जाते हैं, बल्कि वे समाजसेवा में भी सक्रिय रहते हैं। रिटायरमेंट के बाद भी वे आम लोगों के लिए किफायती दर पर क्लिनिक चला रहे थे। अब देखना यह है कि इस हमले के पीछे असली साजिश क्या थी पारिवारिक विवाद, पुरानी रंजिश या फिर कोई पेशेवर दुश्मनी? पुलिस की जांच और आने वाली पोस्ट इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट इस सनसनीखेज मामले से जुड़े कई रहस्यों से पर्दा उठा सकती है।
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