बेतिया : पुलिस लाइन में सिपाही ने साथी को मारी 11 गोलियां, मौके पर मौत
बेतिया। खौफनाक वारदात पश्चिम चंपारण के बेतिया से सामने आई है, जहाँ पुलिस लाइन में तैनात एक सिपाही ने ड्यूटी के दौरान अपने ही साथी सिपाही को गोलियों से भून डाला। घटना रविवार को उस वक्त हुई जब बेतिया पुलिस लाइन में ड्यूटी पर मौजूद सिपाही सरबजीत ने अचानक इंसास राइफल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी और साथी सिपाही सोनू कुमार को निशाना बना लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सिपाही सरबजीत ने एक के बाद एक कुल 11 गोलियां सिपाही सोनू कुमार के सिर में दाग दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। गोलीबारी की आवाज सुनते ही पुलिस लाइन में अफरा-तफरी मच गई। अन्य जवानों ने तुरंत "पगली घंटी" बजाकर पूरे परिसर को अलर्ट कर दिया।
मृतक सिपाही सोनू कुमार भभुआ जिले का निवासी था, जबकि आरोपी सिपाही सरबजीत आरा जिले का रहने वाला है। फायरिंग के बाद सरबजीत इंसास राइफल लेकर छत पर चढ़ गया, जिसे काबू में लाने के लिए अधिकारियों को घंटों मशक्कत करनी पड़ी। अंततः उसे गिरफ्तार कर लिया गया और उसकी राइफल जब्त कर ली गई। घटना की सूचना मिलते ही चंपारण रेंज के डीआईजी हरकिशोर राय मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस लाइन के बैरक में सोनू कुमार का शव पड़ा मिला, जहां से पुलिस ने मौके पर जांच शुरू कर दी है।
एसडीपीओ विवेक दीप ने बताया कि आरोपी सिपाही से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, दोनों सिपाहियों के बीच पुराना विवाद चल रहा था, जो संभवतः इस जघन्य वारदात की वजह बना। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले ही दोनों को सिकटा थाना से बेतिया पुलिस लाइन में ट्रांसफर किया गया था, जहां एक ही परिसर में उनकी ड्यूटी लगाई गई थी।
डीआईजी हरकिशोर राय ने कहा कि पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है। इंसास राइफल से चलाई गई 11 गोलियों की पुष्टि की गई है। पुलिस अब इस बात की तह में जा रही है कि आखिर ऐसा कदम उठाने के पीछे आरोपी सिपाही के मन में क्या चल रहा था और क्या कोई मानसिक तनाव या व्यक्तिगत रंजिश इसकी वजह थी। पुलिस प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि घटना की निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
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