पटना: शादी वाले घर में मातम, गंगा में नहाने गए 8 युवक डूबे, 3 की मौत, 5 को बचाया गया
पटना। सोमवार को पटना जिले के मोकामा प्रखंड अंतर्गत दरियापुर गांव में हुआ, जहां शादी की खुशी मातम में बदल गई। गंगा नदी में नहाने गए आठ युवकों में से तीन की डूबने से मौत हो गई, जबकि पांच को ग्रामीणों और स्थानीय गोताखोरों ने बचा लिया। यह हादसा उस समय हुआ जब गांव में एक शादी समारोह के दौरान कुछ युवक गंगा में स्नान करने गए थे। मरने वाले तीनों युवक एक ही परिवार के थे। उनकी पहचान मो. मेराज, मो. इब्राहिम और मो. अमीर के रूप में हुई है। ये सभी युवक बाहर रहकर काम करते थे और कुछ दिनों पहले ही अपने गांव दरियापुर लौटे थे, जहां उनके रिश्तेदार अनीश के घर शादी समारोह हो रहा था। शादी में शामिल होने के बाद वे गंगा घाट पर नहाने चले गए थे, जहां ये हृदयविदारक हादसा हो गया।
स्थानीय गोताखोरों ने निकाले शव, पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया अस्पताल
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय गोताखोरों ने मौके पर पहुंचकर नदी से तीनों शवों को बाहर निकाला। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल बाढ़ भेजा गया है। जैसे ही मृतकों के शव गांव पहुंचे, शादी वाले घर में कोहराम मच गया। खुशियों के बीच अचानक छाया मातम हर किसी की आंखों को नम कर गया।
ग्रामीणों ने अवैध बालू कटाई को बताया हादसे का कारण
इस घटना को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा गया। उनका कहना है कि गंगा नदी में अवैध तरीके से बालू की कटाई लगातार जारी है, जिसके चलते नदी की धारा और गहराई काफी बदल चुकी है। जहां पहले लोग आराम से नहाते थे, वहां अब अचानक गहरा गड्ढा बन चुका है। इसी कारण कई लोग गहराई में चले जाते हैं और डूब जाते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन को कई बार एसडीआरएफ की स्थायी तैनाती की मांग की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। हर बार हादसे के बाद बेगूसराय से रेस्क्यू टीम बुलाई जाती है, जो देर से पहुंचती है और तब तक कई बार जानें जा चुकी होती हैं।
स्थानीय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
ग्रामीणों ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि मोकामा क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों में अवैध बालू कटाई के कारण तीन दर्जन से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इसके बावजूद न तो बालू माफियाओं पर कोई सख्त कार्रवाई होती है और न ही सुरक्षा उपाय किए जाते हैं।
गांव में पसरा मातम, शादी का घर बना शोक स्थल
जिस घर में ढोल-नगाड़ों की गूंज होनी थी, वहां अब रोने-बिलखने की आवाजें सुनाई दे रही हैं। पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। मृतकों के परिजन बेसुध हैं। अनीश के घर शादी की सारी तैयारियां थम चुकी हैं, और लोग इस घटना को लेकर गहरे सदमे में हैं।
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