बिहार मंत्रिमंडल विस्तार: 7 नए मंत्रियों को विभाग आवंटित, विजय सिन्हा के विभागों में बदलाव
पटना। बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद 7 नए मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के विभागों में बदलाव किया गया है, जिससे उनकी शक्तियां कम हो गई हैं। पहले उनके पास पथ निर्माण, कला संस्कृति और खनन विभाग थे, लेकिन अब उन्हें केवल खनन और कृषि विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। नगर विकास विभाग को नितिन नवीन से लेकर जीवेश मिश्रा को सौंप दिया गया है, जबकि नितिन नवीन को अब पथ निर्माण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। कैबिनेट विस्तार से पहले डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी, जिसके बाद विभागों का बंटवारा तय किया गया।
नए मंत्रियों को सौंपे गए संभावित विभाग
- संजय सरावगी – भूमि सुधार और राजस्व विभाग
- मोतीलाल प्रसाद – कला संस्कृति विभाग
- कृष्ण कुमार उर्फ मंटू – विधि और कानून विभाग
- जीवेश मिश्रा – कृषि विभाग
डिप्टी सीएम की शक्तियां घटीं, बड़े विभागों को लेकर रस्साकशी
बीजेपी में बड़े विभागों को लेकर अंदरूनी खींचतान जारी है। राजस्व एवं भूमि सुधार, खान एवं भूतत्व, स्वास्थ्य, नगर विकास और कृषि विभाग को लेकर दावेदारी हो रही है, जबकि आर्ट एंड कल्चर और विधि विभाग को प्राथमिकता नहीं मिल रही। सूत्रों के अनुसार, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा की ताकत कम करने के लिए उनके पास से कला संस्कृति और खनन विभाग को हटाया गया है। हालांकि, अब उनके पास तीन विभाग – कृषि, खनन और एक अन्य बचा है।
पुराने मंत्रियों के विभागों में भी बदलाव संभव
कुछ पुराने मंत्रियों के विभागों में कटौती की जा सकती है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के पास कृषि विभाग भी है, जिसे नए मंत्री को सौंपा जा सकता है। वहीं, प्रेम कुमार के पास सहकारिता और वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग हैं, जिनमें से वन और पर्यावरण विभाग वापस लिए जाने की संभावना है। उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा से पर्यटन विभाग और नितिन नवीन से विधि विभाग लेकर नए मंत्रियों को दिया जा सकता है।
बजट सत्र से पहले नई जिम्मेदारियां
नवनियुक्त मंत्री अपने कार्यभार ग्रहण करने के बाद विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और बजट को लेकर चर्चा करेंगे। बिहार विधानमंडल का बजट सत्र कल से शुरू हो रहा है, जिसमें 3 मार्च को वित्त मंत्री सम्राट चौधरी बजट पेश करेंगे।
कैबिनेट विस्तार और जातीय समीकरण
अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह कैबिनेट विस्तार किया गया है। बुधवार को 7 नए मंत्रियों ने शपथ ली, जिनमें 4 मिथिलांचल से हैं। अब मिथिलांचल से कुल 6 मंत्री हो गए हैं। बीजेपी कोटे से शामिल नए मंत्री 3 पिछड़ी जातियों, 2 अति पिछड़ी जातियों और 2 सवर्ण समुदाय से आते हैं।
एनडीए सरकार का 13 महीने में तीसरा कैबिनेट विस्तार
नीतीश सरकार के 13 महीने के कार्यकाल में यह तीसरा कैबिनेट विस्तार है। अब कुल 36 मंत्री हैं, जिनमें 21 भाजपा, 13 जदयू, 1 हम और 1 निर्दलीय हैं। बुधवार को 6 मंत्रियों की जगह खाली थी, वहीं दिलीप जायसवाल के इस्तीफे के बाद 7वीं सीट भी खाली हो गई थी, जिसके बाद इन नए मंत्रियों को शामिल किया गया। शपथ लेने वाले नए मंत्री हैं।
- संजय सरावगी (दरभंगा)
- सुनील कुमार (बिहार शरीफ)
- जीवेश मिश्रा (जाले)
- राजू सिंह (साहेबगंज)
- मोतीलाल प्रसाद (रीगा)
- कृष्ण कुमार उर्फ मंटू (अमनौर)
- विजय मंडल (सिकटी)
अब देखना होगा कि नए मंत्रियों के आने से सरकार की कार्यप्रणाली में क्या बदलाव आते हैं और आगामी चुनावों में इन बदलावों का क्या असर पड़ता है।
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