मानव तस्करी के खिलाफ बिहार पुलिस की ऑपरेशन 'नया सवेरा' 15 दिनों तक पुलिस चलाएगी ऑपरेशन

मानव तस्करी के खिलाफ बिहार पुलिस की ऑपरेशन 'नया सवेरा' 15 दिनों तक पुलिस चलाएगी ऑपरेशन

पटना। बिहार में मानव तस्करी, बाल श्रम और यौन शोषण के बढ़ते मामलों के खिलाफ अब पुलिस एक निर्णायक लड़ाई की तैयारी में है। राज्य पुलिस ने "ऑपरेशन नया सवेरा" नाम से एक विशेष अभियान की शुरुआत करने का ऐलान किया है, जो 31 जुलाई से लेकर 14 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान राज्यभर में छापेमारी कर बालिकाओं, महिलाओं और बच्चों को जबरन मजदूरी, यौन व्यापार और ऑर्केस्ट्रा ग्रुपों जैसी गतिविधियों से मुक्त कर उन्हें पुनर्वास प्रदान किया जाएगा। इस अभियान की जानकारी बुधवार को पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने दी। अंतर्राष्ट्रीय मानव तस्करी निरोध दिवस के अवसर पर आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में वीकर सेक्शन द्वारा बाल संरक्षण और महिला सुरक्षा पर विस्तृत विमर्श भी हुआ।

डीजीपी ने चिंता जताते हुए कहा कि बिहार में हर साल हजारों बच्चे लापता हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में लगभग 7 हजार बच्चों के गुमशुदगी के मामले दर्ज हुए, जिनमें से 4500 से अधिक बच्चों को ढूंढा गया, लेकिन 2000 से ज्यादा बच्चे अब भी गायब हैं। इन बच्चों के बारे में आशंका है कि उन्हें बाल श्रम, भिक्षावृत्ति, या देह व्यापार जैसे अपराधों में झोंक दिया गया है। विनय कुमार ने बताया कि इस वर्ष अब तक राज्य में  मानव तस्करी से जुड़े 150 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि पहले जहां सालाना तीन हजार के करीब गुमशुदगी के मामले दर्ज होते थे, अब यह संख्या बढ़कर 10 से 12 हजार तक पहुंच गई है, जो इस संकट की भयावहता को उजागर करता है।

प्रशंसा और पुरस्कार का एलान

डीजीपी ने यह भी एलान किया कि "ऑपरेशन नया सवेरा" के दौरान जो जिले सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे, उन्हें पुलिस मुख्यालय की ओर से विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। यह न केवल पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहन देगा बल्कि जिला स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक भावना भी विकसित करेगा।

पुलिस का यह अभियान सिर्फ बचाव तक सीमित नहीं रहेगा। अभियान का दूसरा और अहम चरण होगा—पीड़ितों का पुनर्वास। rescued बच्चों और महिलाओं को समुचित स्वास्थ्य, शिक्षा, कानूनी सहायता और सामाजिक पुनर्वास मुहैया कराया जाएगा ताकि वे दोबारा किसी शोषण के जाल में न फंसें।

Views: 23
Tags:

About The Author

Aman Raj Verma Picture

Journalist

BIHAR - JHARKHAND