पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के तहत 1327 विकास योजनाओं का शिलान्यास किया। इन योजनाओं पर कुल 1002 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। कार्यक्रम का आयोजन पटना के गांधी मैदान स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में किया गया, जहां मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से सभी योजनाओं की शुरुआत की।
इन योजनाओं का मकसद शहरी क्षेत्रों में सड़क, नाला, पार्क, स्ट्रीट लाइट, घाट और तालाब जैसी बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ करना है। यह योजना जुलाई 2024 में शुरू हुई थी, और इसके तहत बिहार के सभी 38 जिलों में कार्य होंगे। उत्तर बिहार के लिए 624 योजनाएं, जबकि दक्षिण बिहार के लिए 703 योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। इनमें सड़कों का निर्माण, ड्रेनेज सिस्टम को सुधारना, पार्कों का विकास, और स्ट्रीट लाइट लगाने जैसे कार्य शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने पटना स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बने नए ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन के एकीकरण और स्वचालन योजना का भी उद्घाटन किया। इसके तहत अब शहर के सभी पंपिंग स्टेशनों की निगरानी एक ही कंट्रोल रूम से की जा सकेगी, जिससे बरसात के मौसम में जल निकासी का काम तेजी और कुशलता से हो सकेगा।
कार्यक्रम में नगर विकास विभाग की ओर से एक लघु फिल्म दिखाकर योजनाओं की जानकारी दी गई। इसके साथ ही योजनाओं की जानकारी से युक्त एक बुकलेट का विमोचन भी मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। इस अवसर पर नगर विकास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह और पटना नगर निगम के आयुक्त अनिमेष पराशर ने योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
इस शिलान्यास समारोह में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, नगर विकास मंत्री जिवेश कुमार, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी समेत कई मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। राज्य के सभी जिलों के अधिकारी और जनप्रतिनिधि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम से जुड़े। मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के तहत शुरू की गई इन 1327 योजनाओं से बिहार के शहरी क्षेत्रों में आधारभूत संरचनाओं का विकास तेज़ होगा। इससे न सिर्फ लोगों की जीवनशैली बेहतर होगी, बल्कि शहरी व्यवस्था भी अधिक आधुनिक और व्यवस्थित बन सकेगी।