बिहार में हाई अलर्ट, 6 जिलों में कल सिविल मॉक ड्रिल, शाम को होगा 10 मिनट का ब्लैकआउट
पटना। पहलगाम आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। इसी क्रम में बिहार पुलिस ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सुरक्षा एजेंसियों की तैयारी को परखने के उद्देश्य से राज्य के छह जिलों — पटना, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया और बेगूसराय — में 7 मई (बुधवार) को सिविल मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है।ड्रिल को लेकर मंगलवार को पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी अवकाश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तृत जानकारी दी।
डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि शाम 6:58 बजे से 80 स्थानों पर सायरन बजाया जाएगा, जिसके दो मिनट बाद यानी 7:00 बजे से 7:10 बजे तक संपूर्ण ब्लैकआउट किया जाएगा। इस दौरान सभी लाइटें बंद कर दी जाएंगी ताकि वॉर सिचुएशन यानी संभावित हवाई हमले की स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा के लिए जरूरी उपायों को परखा जा सके। उन्होंने अपील की कि लोग इस दौरान अपने घरों, दुकानों और वाहनों की लाइटें बंद रखें। केवल आपातकालीन सेवाओं, जैसे एंबुलेंस आदि को इस व्यवस्था से छूट दी गई है।
एसएसपी अवकाश कुमार ने कहा, “यह कोई युद्ध की स्थिति नहीं है, बल्कि एक सावधानीपूर्वक अभ्यास (रिहर्सल) है ताकि किसी भी आपात स्थिति में सभी एजेंसियां और नागरिक सजग और प्रशिक्षित रहें।” उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि पैनिक फैलाने या अफवाह फैलाने से बचें। इस मॉक ड्रिल में सिविल डिफेंस, होमगार्ड, आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस, दमकल विभाग, स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रशासन की संयुक्त भागीदारी होगी। अनुमानित तौर पर करीब 1000 लोग इस अभ्यास में भाग लेंगे।
ADG (लॉ एंड ऑर्डर) ने नेपाल सीमा से सटे जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर विशेष निगरानी और चेकिंग अभियान तेज करने का निर्देश दिया है। ISI और आतंकी गतिविधियों को लेकर खुफिया एजेंसियों ने राज्य में सतर्कता बढ़ा दी है। इसके साथ ही सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि धार्मिक स्थल, भीड़-भाड़ वाले स्थान, औद्योगिक इकाइयां, रेलवे परिसर, बस स्टैंड, होटल, स्कूल, अस्पताल आदि पर कड़ी निगरानी और पुलिस गश्त बढ़ाई जाए।
DM और SSP को निर्देश दिए गए हैं कि सोशल मीडिया पर हमले से जुड़े वीडियो, फोटो या किसी भी प्रकार की भ्रामक सामग्री पर पैनी नजर रखें। यदि आवश्यक हो, तो BNS की धारा के तहत इंटरनेट सेवा पर अस्थायी रोक भी लगाई जा सकती है। बिहार सिविल डिफेंस के डीजी डॉ. परेश सक्सेना ने बताया कि राज्य में 12 हजार प्रशिक्षित वॉलंटियर्स तैनात हैं, जो लोगों को हवाई हमलों की स्थिति में बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी देंगे।
दिन में स्कूलों, रेलवे स्टेशनों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर अवेयरनेस प्रोग्राम आयोजित होंगे। जिलों में इनके आयोजन की जिम्मेदारी DM को सौंपी गई है। प्रशासन ने साफ किया है कि लोग किसी भी तरह से डरें नहीं, यह महज एक पूर्वाभ्यास (Mock Drill) है ताकि किसी आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को परखा जा सके। लोगों से सहयोग और संयम बनाए रखने की अपील की गई है।
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