पटना: पारस अस्पताल में अपराधियों का तांडव, जेल से इलाज कराने आए बंदी चंदन मिश्रा को दिनदहाड़े मारी गोली
पटना। राजधानी पटना में अपराधियों के हौसले एक बार फिर कानून-व्यवस्था पर भारी पड़ते नजर आए। शहर के एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल पारस हॉस्पिटल में दिनदहाड़े गोलीबारी की घटना से अफरा-तफरी मच गई। जानकारी के मुताबिक, हमलावरों ने अस्पताल के अंदर घुसकर एक विचाराधीन बंदी चंदन मिश्रा को गोली मार दी और मौके से फरार हो गए।
बेउर जेल से इलाज के लिए लाया गया था चंदन मिश्रा
चंदन मिश्रा, जो बक्सर में गोलीकांड के एक मामले में आरोपी था, बेउर जेल में बंद था। स्वास्थ्य खराब होने के चलते उसे पैरोल पर अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था। लेकिन अस्पताल जैसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थान में हुई इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है।
अस्पताल में मचा हड़कंप, हमलावर फरार
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अपराधी बेखौफ तरीके से अस्पताल में दाखिल हुए और चंदन मिश्रा को निशाना बनाकर गोली मार दी। घटना के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। मरीज, तीमारदार और अस्पताल स्टाफ दहशत में आ गए। हमला करने के बाद आरोपी बिना किसी डर के फरार हो गए।
कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थल पर दिनदहाड़े गोली चलना यह दिखाता है कि अपराधियों को अब पुलिस प्रशासन का कोई खौफ नहीं रह गया है। पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है और सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ हमलावरों की पहचान में जुटी है। हालांकि अब तक हमले की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है और पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान भी नहीं आया है।
पटना में अपराध का ग्राफ बढ़ा
यह पहली बार नहीं है जब अपराधियों ने राजधानी में इस तरह की दुस्साहसी घटना को अंजाम दिया हो। इससे पहले भी गोपाल खेमका हत्याकांड सहित कई वारदातों ने पटना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।
बिहार में अपराध बेलगाम, पुलिस के लिए चुनौती
बिहार में हाल के दिनों में हत्या, लूट और गैंगवार जैसी घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे अब अस्पताल, कोर्ट और थाने तक में घुसकर वारदात कर रहे हैं। यह स्थिति न केवल आम जनता को डरा रही है, बल्कि पुलिस प्रशासन के लिए भी गंभीर चुनौती बन गई है।
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