बिहार में “मई दिवस 2025” समारोह: श्रमिक कल्याण और सशक्तिकरण पर ज़ोर
पटना। बिहार सरकार के श्रम संसाधन विभाग के अंतर्गत बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा आयोजित “मई दिवस 2025” का दो दिवसीय राज्य स्तरीय समारोह आज पटना के दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन संस्थान में संपन्न हुआ। इस मौके पर श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने बोर्ड की 16 योजनाओं की जानकारी देने वाले प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर पूरे राज्य में रवाना किया, ताकि योजनाओं की जानकारी श्रमिकों तक पहुँच सके।
अपने भाषण में मंत्री ने कहा कि सरकार श्रमिकों के सामाजिक सुरक्षा, कल्याण और प्रशिक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। इस आयोजन के दौरान हुई चर्चाओं और विचारों को आगे की नीतियों में शामिल किया जाएगा।
समारोह की शुरुआत बीओसीडब्ल्यू बोर्ड के सचिव सुनील कुमार यादव ने स्वागत भाषण से की। इस अवसर पर मिचिको मियामोतो (निदेशक, डीडब्ल्यूटी, दक्षिण एशिया, सीओ-आईएलओ) और दीपक आनंद (सचिव-सह-अध्यक्ष, बीओसीडब्ल्यू बोर्ड) ने भी विचार साझा किए। दोनों ने श्रमिक अधिकारों और सामाजिक सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए सरकारी और सामाजिक प्रयासों के समन्वय की आवश्यकता बताई।
मंत्री संतोष कुमार सिंह ने लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं के तहत सहायता राशि और पुरस्कार वितरित किए। श्रम आयुक्त राजेश भारती ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन किया।
भारत की नई पीढ़ी की अर्थव्यवस्था कार्यबल: गिग और प्लेटफॉर्म श्रमिक” विषय पर हुई, जिसमें दीपक कुमार सिंह (अपर मुख्य सचिव, राजस्व विभाग), डॉ. धन्या एमबी (वरिष्ठ फेलो, वी.वी.गिरी एनएलआई), और करुण गोपीनाथ (आईएलओ) ने हिस्सा लिया।
समापन सत्र — “बिहार में श्रम बल का लचीला भविष्य” विषय पर हुआ, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान, अलख नारायण शर्मा (मानव विकास संस्थान), अमरकांत सिंह (सेवानिवृत्त संयुक्त श्रम आयुक्त), और प्रो. नील रतन (ए.एन. सिन्हा संस्थान) ने विचार रखे। चर्चा में तकनीकी बदलाव, प्रशिक्षण और सामाजिक सुरक्षा की भूमिका को रेखांकित किया गया।
कारखाना निरीक्षणालय, बिहार ने राज्य के 7 प्रतिष्ठानों के 80 कर्मियों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया। इसके अलावा, बोर्ड की योजनाओं के तहत लाभार्थियों को अनुदान राशि भी प्रदान की गई।
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