पटना में परीक्षा माफिया का भंडाफोड़: रामकृष्णा नगर से दो दलाल गिरफ्तार, 45 अभ्यर्थियों के दस्तावेज जब्त

पटना में परीक्षा माफिया का भंडाफोड़: रामकृष्णा नगर से दो दलाल गिरफ्तार, 45 अभ्यर्थियों के दस्तावेज जब्त

पटना। पटना में प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। रामकृष्णा नगर थाना क्षेत्र में छापेमारी कर पुलिस ने दो परीक्षा माफियाओं को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 45 अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट, रोल नंबर, मोबाइल फोन, वॉकी-टॉकी, बुलेट बाइक और दो कार समेत कई आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद की गई हैं। गिरफ्तार दोनों युवकों की पहचान प्रेम प्रकाश पटेल और सुबोध कुमार के रूप में हुई है, जो बीते 5 से 6 महीनों से रामकृष्णा नगर स्थित अग्रिणी गैलेक्सी अपार्टमेंट में किराए पर रह रहे थे। पुलिस को इनकी गतिविधियों की गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर विशेष टीम ने छापेमारी कर इन्हें रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।

पैसों के बदले 'सेटिंग': 10% कमीशन पर डील, लाखों की वसूली

गिरफ्तार प्रेम प्रकाश और सुबोध ने पुलिस को बताया कि वे सिपाही भर्ती परीक्षा जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में उम्मीदवारों को पास कराने की गारंटी देते थे। एक अभ्यर्थी से कुल 5 से 6 लाख रुपए की डील होती थी, जिसमें शुरुआती तौर पर 2 लाख रुपए एडवांस वसूला जाता था। वे खुद को केवल कमीशन पर काम करने वाला बताकर असली मास्टरमाइंड को अलग बता रहे हैं, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है। गिरोह के पीछे कौन-कौन लोग हैं, इसको लेकर पुलिस गहराई से जांच कर रही है। पूर्वी पटना के एसपी परिचय कुमार ने मीडिया को जानकारी दी कि इन दोनों की भूमिका सहायक के तौर पर सामने आई है। ये सिर्फ कमीशन पर काम करते थे, जबकि इस पूरे नेटवर्क को कोई और व्यक्ति रिमोट से चला रहा था। उस शख्स की पहचान कर ली गई है और उसके खिलाफ गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।

असफल सेटिंग के बाद बढ़ा दबाव, अगले एग्जाम का झांसा देकर कर रहे थे विश्वास कायम

पुलिस के अनुसार, इन दोनों माफियाओं ने हाल ही में हुई सिपाही भर्ती परीक्षा के कई अभ्यर्थियों से सेटिंग का वादा किया था। लेकिन जब वे इसमें नाकाम रहे, तो अभ्यर्थियों ने अपने पैसे वापस मांगने शुरू कर दिए। उस दबाव से बचने के लिए माफियाओं ने उन उम्मीदवारों को अगली परीक्षा में पास कराने का झांसा देकर बरगलाना शुरू कर दिया। उनके पास से बरामद दस्तावेजों में 45 अभ्यर्थियों के शैक्षणिक प्रमाणपत्र, रोल नंबर और अन्य निजी जानकारियां मिली हैं। साथ ही पुलिस ने 3 वॉकी-टॉकी सेट, 7 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, ब्लैंक चेक, बुलेट मोटरसाइकिल और दो कारें भी जब्त की हैं।

फरार मुख्य सरगना की तलाश तेज

पुलिस अब इन दोनों से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि इनके साथ नेटवर्क में और कौन-कौन लोग जुड़े हैं। जिन 45 अभ्यर्थियों के रोल नंबर और दस्तावेज बरामद किए गए हैं, उन्हें चिन्हित कर पूछताछ की जा रही है कि वे इस गिरोह से किस स्तर पर जुड़े थे और उन्हें किन माध्यमों से सेटिंग का भरोसा दिलाया गया था। इसके अलावा सिपाही चयन परिषद से भी संपर्क कर यह जांच की जा रही है कि इन अभ्यर्थियों का आवेदन पत्र, परीक्षा प्रक्रिया और रिजल्ट में कोई गड़बड़ी तो नहीं की गई थी।

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BIHAR - JHARKHAND