बिहार: आज से खेलों का महाकुंभ 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2025' का बिहार में भव्य आगाज, 15 मई तक 8500 खिलाड़ी दिखाएंगे अपना दम
पटना। पहली बार आयोजित हो रहे 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2025' का शुभारंभ आज से हो रहा है। देशभर के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों से आए 8500 से अधिक खिलाड़ी, 28 विभिन्न खेलों में 2435 पदकों के लिए अपना कौशल और दमखम दिखाएंगे। इस भव्य आयोजन की मेजबानी का सौभाग्य इस बार बिहार को मिला है, जो राज्य के लिए गर्व और उत्साह का विषय है।
पटना, भागलपुर, गया, बेगूसराय और राजगीर – इन पांच जिलों में यह आयोजन फैला हुआ है, जहां खेलों की रंगारंग प्रतिस्पर्धाएं देखने को मिलेंगी। इसके अलावा 1500 प्रशिक्षक और तकनीकी अधिकारी भी इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे। यह खेल महाकुंभ 15 मई 2025 तक चलेगा। हालांकि तीन खेल – शूटिंग, ट्रैक साइकलिंग और जिमनास्टिक – का आयोजन दिल्ली में होगा।
4 मई को शाम 6 बजे से पटना स्थित पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में उद्घाटन समारोह का आयोजन होगा। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में मशाल प्रज्वलित कर खेलों की शुरुआत की जाएगी। समारोह की अवधि 1 घंटे 21 मिनट की होगी। इस दौरान केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, केंद्रीय राज्य मंत्री रक्षा निखिल खड्से और बिहार के खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता की उपस्थिति भी रहेगी।
उद्घाटन समारोह के लिए एक विशेष रथ तैयार किया गया है, जिस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सवार होकर स्टेडियम का चक्कर लगा सकते हैं। इस दौरान बिहार की प्रतिभाशाली एथलीट – तैराक माही स्वेतराज, तलवारबाज आकाश कुमार और भाला फेंक खिलाड़ी निशि – जलती हुई मशाल लेकर स्टेडियम का चक्कर लगाएंगे और फिर मशाल मुख्यमंत्री को सौंपेंगे।
बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी अपनी आवाज में बिहार की गौरव गाथा सुनाएंगे। साथ ही प्रसिद्ध लोक गायिका मैथिली ठाकुर सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगी। इनके साथ देश के नामी वाद्य कलाकार – तौफिक कुरैशी, विक्रम घोष, प्रवीण गोखंडी, राजेश वैद्य और एआर रहमान कॉलेज के छात्र भी मंच पर प्रस्तुति देंगे। वहीं वाराणसी से आए पंडित गंगा आरती करेंगे। इस आयोजन की शुरुआत गंगा आरती और बिहार की चार देवी शक्तियों – मां मुंडेश्वरी, मंगला गौरी, मां गंगा और मां सीता – की आरती से होगी। इन देवी स्वरूपों को बिहार की महिला कलाकार मंच पर सजीव रूप में प्रस्तुत करेंगी।
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