बिहार में मानसून ने पकड़ी रफ्तार: 32 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट, कई जगह जलजमाव और बाढ़ का खतरा
पटना। बिहार में मानसून एक बार फिर पूरी ताकत के साथ सक्रिय हो गया है। रविवार सुबह से राज्य के कई जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है। राजधानी पटना, हाजीपुर, भागलपुर, कटिहार, मुंगेर और सुपौल समेत दर्जनों जिलों में बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। राजधानी पटना और उसके आसपास के इलाकों में सुबह से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने पटना सहित 13 जिलों के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया है, जिसमें वज्रपात और तेज़ हवा चलने की चेतावनी दी गई है। इन जिलों में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। नालंदा समेत अधिकांश जिलों में आसमान में घने काले बादल छाए हुए हैं, जिससे बारिश की संभावना और अधिक प्रबल हो गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तर बिहार के 19 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इन जिलों में कहीं-कहीं जलजमाव और बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। कटिहार और मुंगेर में देर रात से लगातार बारिश हो रही है। सुपौल में हल्की बूँदाबांदी शुरू हो चुकी है, जो धीरे-धीरे तेज़ बारिश में बदलने की आशंका है। भागलपुर में तेज़ बारिश के बाद शहर के कई इलाकों में भारी जलजमाव की स्थिति बन गई है। कई कॉलोनियों और मुख्य सड़कों पर पानी भर गया है, जिससे लोगों को आवाजाही में दिक्कतें हो रही हैं। वहीं मुंगेर में लगातार हो रही बारिश ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। गंगटी नदी में उफान के कारण तारापुर-खड़गपुर के बीच सड़क संपर्क पूरी तरह टूट चुका है। ग्रामीणों को आने-जाने के लिए वैकल्पिक रास्तों की तलाश करनी पड़ रही है।
बिहार की नदियां भी इस बारिश से उफान पर हैं। गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। पटना, भागलपुर, बक्सर और मुंगेर में गंगा नदी खतरे के निशान के करीब या उससे ऊपर बह रही है। दानापुर में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे तटवर्ती इलाकों में पानी घुसने लगा है। वहीं भागलपुर और हाथीदह में गंगा वॉर्निंग लेवल को पार कर चुकी है। बक्सर में गंगा का पानी सड़कों तक पहुंच चुका है, जिससे कई इलाकों का संपर्क टूटने का खतरा मंडरा रहा है। मुंगेर में तो हालात और गंभीर हैं। गंगा के जलस्तर में वृद्धि से निचले इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं, जिससे वहां के लोगों को पलायन करने की नौबत आ गई है।
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