बिहार में NIA की छापेमारी से हड़कंप, भागलपुर और भोजपुर में आतंकी कनेक्शन की तलाश
पटना। बिहार में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की छापेमारी से सनसनी फैल गई है। भागलपुर और भोजपुर जिले के आरा में बुधवार को NIA की टीम ने आतंकी कनेक्शन की जांच के लिए कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि जाली नोट के अवैध कारोबार में आतंकी कनेक्शन की जांच के लिए यह छापेमारी की गई।
मुख्य आरोपी के घर पूछताछ जारी
जांच एजेंसी की टीम भागलपुर के इशाकचक बरहपुरा इलाके में मुख्य अभियुक्त नजरे सद्दाम के घर पर पहुंची और परिवार के सदस्यों से कई घंटे तक पूछताछ की। सितंबर 2024 में मोतिहारी पुलिस ने नजरे सद्दाम और अन्य अभियुक्तों को नेपाल बॉर्डर के पास से भारी मात्रा में जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। इस मामले में आतंकी संगठन से जुड़े होने की आशंका जताई गई थी, जिसके बाद NIA इसकी विस्तृत जांच कर रही है।
आरा में भी छापेमारी, पाकिस्तान कनेक्शन की जांच
भागलपुर के अलावा आरा के सहार प्रखंड स्थित कोरनडिहरी गांव में भी छापेमारी की गई। NIA यहां भी आतंकी कनेक्शन की जड़ें तलाश रही है। जांच एजेंसी इस बात की पुष्टि करने में जुटी है कि क्या जाली नोटों के इस अवैध कारोबार का लिंक पाकिस्तान या किसी अन्य आतंकी संगठन से है।
छापेमारी में लाखों रुपये और मोबाइल जब्त
NIA की रेड के दौरान लाखों रुपये नकद और छह मोबाइल फोन जब्त किए गए। एजेंसी कैश की जांच कर रही है कि वह असली है या नकली। साथ ही, जब्त किए गए मोबाइल फोन की कॉल डिटेल और चैट्स खंगाले जा रहे हैं ताकि किसी संदिग्ध कनेक्शन का पता लगाया जा सके।
मुख्य आरोपी नजरे सद्दाम फिलहाल जेल में
मुख्य आरोपी नजरे सद्दाम फिलहाल बेऊर जेल में बंद है। जांच एजेंसियों को शक है कि उसके संपर्क पाकिस्तान तक हो सकते हैं। इसके चलते, NIA लोकल पुलिस के साथ मिलकर मामले की हर एंगल से जांच कर रही है।
बिहार में आतंकी कनेक्शन को लेकर बढ़ी सतर्कता
बिहार में जाली नोट और आतंकी कनेक्शन को लेकर खुफिया एजेंसियां पहले से सतर्क हैं। नेपाल बॉर्डर के पास से अक्सर नकली नोटों की बरामदगी होती रहती है। NIA की यह रेड आगे भी जारी रहने की संभावना है, जिससे पूरे राज्य में हलचल मच गई है।
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