पटना मेयर सीता साहू बोलीं-बेटा निर्दोष, कमिश्नर पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
पटना। पटना नगर निगम में हालात इन दिनों बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। पटना मेयर सीता साहू और कमिश्नर हिमांशु शर्मा के बीच जारी विवाद ने अब राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में भूचाल ला दिया है। इस विवाद के केंद्र में मेयर के बेटे शिशिर कुमार हैं, जिनके खिलाफ पुलिस ने सर्च वारंट जारी किया है। बुधवार को मेयर सीता साहू ने अपने गुट के पार्षदों के साथ मौर्या लोक परिसर में पुलिस कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कमिश्नर उनके बेटे को बेवजह अपराधी साबित करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि असली भ्रष्टाचार में कमिश्नर खुद लिप्त हैं।
कमिश्नर खुद अपराधी हैं – मेयर
सीता साहू ने कहा, जो कमिश्नर मेरे बेटे को अपराधी बता रहा है, वो खुद भ्रष्टाचार कर रहा है, अपराधी है। पिछले दो महीने से हालात खराब हैं। कोई काम नहीं हो रहा है। मेरा बेटा बिल्कुल निर्दोष है। कमिश्नर भी प्राइवेट बॉडीगार्ड लेकर चलते हैं और मेरा बेटा भी। इसमें गलत क्या है?” उन्होंने दावा किया, “हम लोग कमिश्नर के भ्रष्टाचार का काला चिट्ठा खोल रहे हैं, इसी वजह से तिलमिला गए हैं। बेवजह मेरे बेटे को परेशान किया जा रहा है।
सीएम-डिप्टी सीएम से हस्तक्षेप की मांग
सीता साहू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल से इस मामले में हस्तक्षेप कर न्याय दिलाने की अपील की। उन्होंने कहा, “मेरे बेटे पर साजिशन झूठा आरोप लगाया जा रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए।” मेयर ने बताया कि वे दिल्ली जा रही हैं और वहां से लौटने के बाद मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्री से मिलेंगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में पटना को चौथा स्थान मिला है, यह नगर निगम की मेहनत का नतीजा है।
कमिश्नर और मेयर के बीच टकराव ने नगर निगम में पार्षदों को भी दो गुटों में बांट दिया है। एक तरफ मेयर सीता साहू के समर्थक पार्षद हैं, जो कमिश्नर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। दूसरी ओर विरोधी पार्षद मेयर पर निगम के कामकाज में हस्तक्षेप और परिवारवाद का आरोप लगा रहे हैं। फिलहाल, पुलिस मेयर के बेटे शिशिर कुमार की तलाश में है और कमिश्नर और मेयर के बीच विवाद से निगम की कार्यशैली बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
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