गोपाल खेमका हत्याकांड: बेऊर जेल से साजिश के सुराग तलाशने में जुटी पुलिस, 3 मोबाइल बरामद, CM और डिप्टी CM ने दिए सख्त निर्देश
पटना। बिहार के चर्चित उद्योगपति गोपाल खेमका हत्याकांड की जांच अब तेजी पकड़ चुकी है। मामले में बड़ा मोड़ तब आया जब बेऊर जेल से हत्या की साजिश रचे जाने की आशंका सामने आई। इसी कड़ी में शनिवार को पुलिस ने बेऊर जेल में विशाल छापेमारी अभियान चलाया। शनिवार दोपहर 3 बजकर 5 मिनट पर बेऊर जेल में छापेमारी शुरू हुई। इस ऑपरेशन में 14 थानों की पुलिस, थानेदार, SDPO, SP, SSP समेत कई अधिकारी शामिल रहे। पूरी कार्रवाई की मॉनिटरिंग IG जितेंद्र राणा और SSP कार्तिकेय शर्मा कर रहे थे। करीब 4 बजकर 35 मिनट पर यह छापेमारी खत्म हुई।
इस दौरान जेल के सभी वार्डों को खंगाला गया। पुलिस ने 100 से ज्यादा कैदियों से पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को संदेह है कि गोपाल खेमका की हत्या की साजिश जेल के अंदर ही रची गई थी। छापेमारी के दौरान पुलिस ने जेल से तीन मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनमें एक टूटी-फूटी हालत में है। जेल प्रशासन का कहना है किएक मोबाइल झोले में पड़ा मिला, जबकि दो मोबाइल संभवतः जेल कैंपस में किसी अन्य के जरिए फेंके गए थे। पुलिस ने सभी मोबाइल जब्त कर लिए हैं। जेल के IG नीरज कुमार झा ने बताया कि छानबीन के बाद बेऊर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। बेऊर जेल रेड से पहले पटना के सचिवालय थाना परिसर में SSP कार्तिकेय शर्मा ने ब्रीफिंग की। इसमें 14 थानों के पुलिसकर्मी, सिटी SP, DSP, थानेदार मौजूद थे। IG जितेंद्र राणा भी सचिवालय थाना पहुंचे और ऑपरेशन की रूपरेखा तय की।
इधर, उद्योगपति हत्याकांड पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक्शन मोड में आ गए हैं। शनिवार सुबह उन्होंने लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा बैठक की। CM ने कहा ऐसे मामलों में जो भी अफसर लापरवाही कर रहे हैं, उन पर भी कड़ी कार्रवाई होगी। इस केस में जल्द से जल्द एक्शन लीजिए। किसी की साजिश भी हो, तो जो भी लोग हैं, उन्हें सामने लेकर आइए। लॉ एंड ऑर्डर सरकार की पहली प्राथमिकता है। अपराध करने वाला कोई भी हो, किसी कीमत पर मत छोड़िए। वहीं, डिप्टी CM सम्राट चौधरी ने भी सख्त लहजे में कहा मुख्यमंत्री ने साफ निर्देश दिए हैं कि जिन लोगों ने कानून हाथ में लिया है, पुलिस उनके घर में घुसकर मारेगी। जिन अधिकारियों की लापरवाही से ऐसी घटना घटी है, अगले 24 घंटे में उनके खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई की जाएगी। न्याय देना सरकार का काम है।
उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या के बाद कारोबारी वर्ग में दहशत और आक्रोश दोनों है। खेमका परिवार और कारोबारियों ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। गोपाल खेमका की हत्या शुक्रवार रात गांधी मैदान थाना क्षेत्र के रामगुलाम चौक के पास हुई थी, जब वे बांकीपुर क्लब से लौट रहे थे। हमलावरों ने अपार्टमेंट के गेट के पास सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस अब हत्या की बेऊर जेल कनेक्शन की जांच में जुट गई है। छापेमारी में बरामद मोबाइल इस हत्याकांड की कड़ियां जोड़ने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
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