पटना: राजद विधायक रीतलाल यादव की PMLA के तहत जब्त होगी करोड़ों की संपत्ति

पटना: राजद विधायक रीतलाल यादव की PMLA के तहत जब्त होगी करोड़ों की संपत्ति

पटना। बिहार के चर्चित राजद विधायक रीतलाल यादव की कानूनी परेशानियां अब और बढ़ने वाली हैं। जेल में बंद विधायक और उनके भाई पिंकू यादव पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की निगाह टिकी है। पटना पुलिस ने PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत इन दोनों के द्वारा अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति को जब्त करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय को औपचारिक प्रस्ताव भेजा है। यदि प्रवर्तन निदेशालय इसे स्वीकार करता है और अदालत से अनुमति मिलती है, तो इनकी करोड़ों की चल-अचल संपत्तियों पर शिकंजा कसना तय माना जा रहा है।

पटना पुलिस की प्रारंभिक छानबीन में यह बात सामने आई है कि रीतलाल यादव और उनके परिजनों के नाम पर राज्य और राज्य से बाहर 100 से अधिक छोटे-बड़े फ्लैट, जमीन के प्लॉट और अन्य संपत्तियां हैं। पुलिस का दावा है कि इनमें से अधिकांश संपत्तियां अवैध धन के जरिए खरीदी गई हैं। राज्य से बाहर भी इनकी संपत्ति की जानकारी मिली है, जिनके स्रोत संदिग्ध पाए गए हैं। फिलहाल जांच एजेंसियां उन संपत्तियों के दस्तावेजों की भी गहराई से जांच कर रही हैं।

पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने इस पूरे मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि PMLA के नए प्रावधानों के तहत जिले के सात अपराधियों की संपत्ति जब्त करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए संबंधित प्रस्ताव भेज दिए गए हैं और जैसे ही अदालत से अनुमति मिलती है, कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। इसमें रीतलाल यादव और उनके परिजनों का नाम प्रमुखता से शामिल है।

गौरतलब है कि रीतलाल यादव पर 50 लाख रुपये रंगदारी मांगने का गंभीर आरोप है। बिल्डर कुमार गौरव ने खगौल थाना में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। आरोप है कि विधायक ने उनसे फोन पर धमकी देकर 50 लाख रुपये की मांग की थी। इस मामले में लंबे समय तक फरार रहने के बाद रीतलाल यादव ने 17 अप्रैल 2025 को दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण किया, जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजते हुए बेऊर जेल में रखा गया है।

इससे पहले 11 अप्रैल को बिहार पुलिस और STF की टीम ने उनके खिलाफ बड़ा अभियान चलाते हुए पटना और आसपास के कुल 11 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। इस दौरान 500 से अधिक सुरक्षाकर्मियों ने उनके कोथवा स्थित आवास, कार्यालय, नौबतपुर, गोला रोड अभियंता नगर स्थित महाजन मेंशन, बिहटा और अन्य स्थानों को घेर लिया था। सघन तलाशी अभियान में STF और पुलिस की टीम ने हाईटेक उपकरणों और आर्म्स डिटेक्टर की मदद से छानबीन की थी।

इस छापेमारी के दौरान पुलिस को लगभग 10.5 लाख रुपये नकद, 77 लाख रुपये का एक ब्लैक चेक, छह संदिग्ध चेक, 14 डीड और एग्रीमेंट, 17 चेक बुक, स्टांप पेपर, छह पेन ड्राइव और एक वॉकी-टॉकी बरामद हुआ था। यह सारी बरामदगी इस बात का संकेत दे रही है कि विधायक के पास काफी मात्रा में बेहिसाबी संपत्ति और संदिग्ध दस्तावेज मौजूद हैं। छापेमारी के बाद सिटी एसपी सरथ आरएस ने बताया था कि कम से कम छह से सात लोगों ने रीतलाल यादव, उनके भाई पिंकू यादव, भतीजे धीरज और उनके सहयोगी सुनील महाजन समेत अन्य के खिलाफ रंगदारी मांगने और धमकाने की शिकायतें दर्ज करवाई थीं।

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BIHAR - JHARKHAND