बिहार में अलर्ट सीमावर्ती इलाकों की सुरक्षा कड़ी, मुख्य सचिव की हाई लेवल मीटिंग
पटना। पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के मद्देनज़र बिहार में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने और संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने धार्मिक स्थलों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के भी सख्त आदेश दिए हैं। शुक्रवार को मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों, प्रमंडलीय आयुक्तों, जिलाधिकारियों, आईजी, डीआईजी और एसएसपी-एसपी के साथ बैठक की।
यह समीक्षा बैठक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा गुरुवार को ली गई उच्चस्तरीय बैठक के निर्देशों के क्रियान्वयन की तैयारियों को लेकर थी। मुख्य सचिव ने 10 मई को पूर्णिया में प्रस्तावित मुख्यमंत्री की उच्चस्तरीय बैठक को लेकर भी अधिकारियों के साथ विस्तृत मंथन किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी परिस्थिति में सुरक्षा में चूक नहीं होनी चाहिए। सीमावर्ती क्षेत्रों के साथ-साथ धार्मिक स्थलों, संवेदनशील प्रतिष्ठानों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए। मुख्य सचिव ने सिविल डिफेंस को और अधिक सक्रिय करने तथा नए स्वयंसेवकों को त्वरित प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए।
आपदा प्रबंधन की दृष्टि से आम लोगों की भागीदारी को भी बढ़ावा देने पर जोर दिया गया, ताकि संकट की स्थिति में प्रशासन को जमीनी स्तर पर सहायता मिल सके। मुख्य सचिव ने सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से फैलने वाली अफवाहों और फर्जी खबरों पर सख्त कार्रवाई की बात कही। उन्होंने स्पष्ट किया कि लोगों में घबराहट फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन को सक्रिय रहना होगा और सूचना तंत्र को चुस्त-दुरुस्त रखना होगा। साथ ही मुख्यालय स्तर से 24x7 सतत मॉनिटरिंग के निर्देश भी जारी किए गए हैं। पाकिस्तान से उपजे तनाव के कारण बिहार सरकार ने सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों, कर्मियों, स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं।
सभी को ड्यूटी पर बने रहने का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्य सेवा, पुलिस, सिविल डिफेंस और प्रशासनिक तंत्र को पूरी तरह अलर्ट पर रखा गया है। बिहार सरकार फिलहाल पूरे राज्य, खासकर सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्क है। मुख्य सचिव खुद हालात की निगरानी कर रहे हैं और हर विभाग से चौकसी और तत्परता की अपेक्षा की जा रही है। आने वाले दिनों में केंद्र से भी समन्वय बनाकर रणनीतिक फैसले लिए जा सकते हैं।
About The Author
