पटना। सोमवार को राजधानी पटना में देखने को मिला, जब युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई को लेकर किया गया।युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सचिवालय हॉल्ट रेलवे स्टेशन पर जयनगर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन को रोक दिया। कई कार्यकर्ता ट्रेन की पटरियों पर लेट गए, जबकि कुछ इंजन पर चढ़ गए। इस दौरान ट्रेनों की आवाजाही कुछ देर के लिए बाधित हो गई।प्रदर्शनकारियों को हटाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। प्रदर्शनकारियों को चेतावनी देने के लिए ट्रेन के लोको पायलट ने लगातार हॉर्न बजाया, लेकिन कार्यकर्ता हटने को तैयार नहीं हुए। अंततः पुलिस ने बल प्रयोग कर सभी को हटाया और यातायात सामान्य किया।
राहुल गांधी को परेशान कर रही है सरकार” - यूथ कांग्रेस अध्यक्ष
बिहार यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष शिव प्रकाश गरीब दास ने कहा कि, "हमारे नेता राहुल गांधी पिछड़ा, दलित, महादलित समाज की आवाज उठा रहे हैं। वे लगातार सामाजिक न्याय की बात कर रहे हैं, जिससे केंद्र की मोदी सरकार डर गई है। इसी वजह से उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है और ईडी का इस्तेमाल कर परेशान किया जा रहा है।"उन्होंने आगे कहा, "हम आज ट्रेन रोके हैं, आगे भी आंदोलन जारी रहेगा। यह सिर्फ राहुल गांधी नहीं, बल्कि पूरे देश के लोकतंत्र की लड़ाई है। हम पीछे हटने वाले नहीं हैं।"इससे पहले 16 अप्रैल को भी पटना के इनकम टैक्स चौराहे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। उस प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू, विधानमंडल दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान सहित कई बड़े नेता शामिल थे।प्रदर्शन के दौरान नेताओं ने आरोप लगाया था कि “ईडी, सीबीआई और प्रशासन सरकार के इशारे पर काम कर रही है। पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह जनता के हितों की अनदेखी कर रहे हैं, इसलिए कांग्रेस को मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ रहा है।”
क्या है नेशनल हेराल्ड मामला?
नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी चार्जशीट में सोनिया गांधी को आरोपी नंबर 1 और राहुल गांधी को आरोपी नंबर 2 बनाया है। ईडी का आरोप है कि यंग इंडियन लिमिटेड के जरिए नेशनल हेराल्ड के करोड़ों की संपत्ति पर कब्जा किया गया है। इस मामले को लेकर लंबे समय से राजनीतिक उबाल बना हुआ है।पटना में हुआ यह आंदोलन स्पष्ट संकेत है कि कांग्रेस ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित मान रही है। युवा कांग्रेस का ट्रेनों को रोकना, पटरी पर बैठ जाना और इंजन पर चढ़ जाना यह दर्शाता है कि पार्टी अब आक्रामक रुख अपनाने के मूड में है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और भी बड़े आंदोलन की संभावना जताई जा रही है।