रोहतास: शिशु संस्कार केंद्र, जयनगरा में दसवीं उत्तीर्ण छात्रों के सम्मान में भव्य समारोह, छात्रों को मिली सराहना और प्रेरणा
तिलौथू (रोहतास)। जयनगरा स्थित शिशु संस्कार केंद्र में रविवार को शिक्षा के क्षेत्र में एक अत्यंत प्रेरणादायक और उत्साहवर्धक माहौल देखने को मिला, जब विद्यालय में सीबीएसई बोर्ड से दसवीं कक्षा में उत्तीर्ण हुए छात्रों के सम्मान में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन न केवल विद्यार्थियों की मेहनत और सफलता का उत्सव था, बल्कि शिक्षा, अनुशासन और संस्कारों के महत्व को रेखांकित करने वाला एक स्मरणीय अवसर भी बन गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन ग्राम पंचायत इंद्रपुरी के माननीय मुखिया उमेश सिंह, शिक्षाविद एवं समाजसेवी ओम जी, सरस्वती विद्या मंदिर तिलौथू के पूर्व प्रधानाचार्य जंगलेश प्रसाद चौरसिया, दिव्यांशु मेमोरियल ट्रस्ट के सदस्य विश्वनाथ सिंह, बलराम उपाध्याय और विद्यालय के प्रधानाचार्य उमेश शुक्ला ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया। मंच पर पधारे सभी अतिथियों का विद्यालय परिवार ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
समारोह में विद्यालय की ओर से सफल छात्रों को पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया गया। सभी वक्ताओं ने छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और शिक्षा की महत्ता पर जोर दिया। अपने प्रेरणादायी भाषण में शिक्षाविद ओम जी ने कहा कि “समय का प्रबंधन और अनुशासन ही किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने की सबसे बड़ी कुंजी है।” उन्होंने छात्रों को कठिन परिश्रम और समर्पण के साथ जीवन में आगे बढ़ने की सलाह दी। साथ ही, विक्रम बिगहा निवासी अनाथ छात्र देवेंद्र कुमार को उच्च शिक्षा हेतु हर संभव सहयोग और मार्गदर्शन का आश्वासन भी दिया, जिससे समारोह भावनात्मक रूप से भी जुड़ गया।
पूर्व प्रधानाचार्य जंगलेश प्रसाद चौरसिया ने विद्यालय की सराहना करते हुए कहा कि शिशु संस्कार केंद्र प्रारंभ से ही केवल शिक्षा नहीं, बल्कि विद्यार्थियों को नैतिक और सामाजिक मूल्यों से भी जोड़ने का कार्य करता रहा है। उन्होंने छात्रों से महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की अपील की।
इस वर्ष दसवीं बोर्ड परीक्षा में कई छात्रों ने शानदार प्रदर्शन कर विद्यालय का नाम गौरवान्वित किया। मुख्य छात्रों के नाम और अंक इस प्रकार हैं:
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गुलशन कुमार – 96%
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प्रिया कुमारी – 92%
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देवेंद्र कुमार – 90%
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आदित्य वर्मा – 85%
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विवेक कुमार – 85%
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सचिन कुमार – 81%
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अमन सोनी – 80%
इन छात्रों को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया, जिससे उपस्थित छात्र-छात्राओं को भी प्रेरणा मिली।
विद्यालय के प्रधानाचार्य उमेश शुक्ला ने समारोह में पधारे सभी गणमान्य अतिथियों, अभिभावकों और शिक्षकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि विद्यालय विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु निरंतर प्रयासरत है और भविष्य में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नैतिकता और सामाजिक चेतना के साथ छात्रों को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित रहेगा।
इस अवसर पर छात्रों के अभिभावक, गणमान्य नागरिक, शिक्षकगण, तथा छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। पूरे वातावरण में उत्सव और प्रेरणा का भाव साफ झलक रहा था, जिसने यह साबित कर दिया कि सच्ची शिक्षा केवल अंकपत्र नहीं, बल्कि संस्कार, अनुशासन और आत्मविश्वास की आधारशिला भी है।
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