शिवपुर में हाईटेंशन तार की चपेट में आया युवक, हालत नाजुक; 12 साल में दूसरी बार हुआ हादसे का शिकार
बिजली विभाग की लापरवाही पर उठे सवाल
बिक्रमगंज/रोहतास। शिवपुर गांव में सोमवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई जब राकेश कुमार उर्फ रांगा, पिता मोहन सिंह, धारा प्रवाहित हाईटेंशन तार की चपेट में आ गए। इस हादसे में वह बुरी तरह झुलस गए हैं। उन्हें तुरंत बिक्रमगंज शहर स्थित करुणा अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी स्थिति अत्यंत गंभीर बनी हुई है। राकेश के साथ यह कोई पहली बार नहीं हुआ है। चौंकाने वाली बात यह है कि करीब 12 वर्ष पहले भी वह इसी स्थान पर इसी हाईटेंशन तार की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं। यह दोहराव न केवल एक दुर्भाग्यपूर्ण संयोग है, बल्कि बिजली विभाग की लापरवाही और प्रशासनिक अनदेखी को भी उजागर करता है। राकेश तीन भाइयों और दो बहनों में सबसे बड़े हैं। भाइयों में केवल उन्हीं की शादी हुई है और उनका एक पांच वर्षीय पुत्र भी है। पिता वृद्धावस्था में हैं, ऐसे में पूरे परिवार की जिम्मेदारी राकेश के कंधों पर थी।
स्थिति गंभीर, हाथ काटने की नौबत
डॉ. कामेंद्र सिंह की देखरेख में करुणा अस्पताल में राकेश का इलाज जारी है। डॉक्टरों के मुताबिक इस बार की चोटें बेहद गंभीर हैं। उनका दाहिना हाथ काटना पड़ सकता है, और पैरों में कोई मूवमेंट नहीं हो रहा है। यदि समय पर और सटीक इलाज नहीं मिला, तो उनकी जीवनशैली पूरी तरह से बदल सकती है। हालत बेहद चिंताजनक बनी हुई है।
बिजली विभाग की लापरवाही पर उठे सवाल
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर से बिजली विभाग की लापरवाही को कटघरे में खड़ा कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि हाईटेंशन तार की स्थिति वर्षों से खतरनाक बनी हुई है, जिसकी सूचना कई बार विभाग को दी गई, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। एक ही व्यक्ति के साथ दो बार ऐसा हादसा होना, केवल संयोग नहीं बल्कि व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस घटना की जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए और राकेश के इलाज व मुआवजे की समुचित व्यवस्था की जाए। साथ ही पूरे क्षेत्र में बिजली के खतरनाक तारों की मरम्मत कर आम लोगों की जान को जोखिम से बाहर निकाला जाए।
About The Author
