भारत-पाक टकराव के बीच IPL टला, BCCI ने विदेशी खिलाड़ियों को अपने देश लौटने को कहा
दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच जारी सैन्य टकराव का असर अब क्रिकेट पर भी साफ नजर आ रहा है। युद्ध जैसे हालातों के बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया है। BCCI ने इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन PTI के सूत्रों के हवाले से यह बड़ी जानकारी सामने आई है। टूर्नामेंट के 12 लीग मुकाबले और 4 प्लेऑफ मैच शेष थे, जबकि फाइनल 25 मई को खेला जाना था। लेकिन मौजूदा हालातों को देखते हुए BCCI ने सभी फ्रेंचाइजियों और विदेशी खिलाड़ियों को सूचित कर दिया है कि टूर्नामेंट को फिलहाल टाल दिया गया है। नई तारीखों का ऐलान बाद में किया जाएगा। एक BCCI अधिकारी ने कहा, “जब देश युद्ध की स्थिति से गुजर रहा हो, तब क्रिकेट खेलना शोभा नहीं देता। सूत्रों के मुताबिक, BCCI ने सभी विदेशी खिलाड़ियों को अपने-अपने देश लौटने का निर्देश दे दिया है। उन्हें नई तारीखों के अनुसार बाद में दोबारा बुलाया जाएगा।
8 मई को जब पाकिस्तान ने जम्मू, पंजाब और राजस्थान की सीमाओं पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया, उस वक्त धर्मशाला में पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच मुकाबला चल रहा था। पंजाब की टीम ने 10.1 ओवर में 122 रन बना लिए थे, तभी अचानक फ्लडलाइट्स बंद कर दी गईं और दर्शकों को बाहर जाने को कहा गया। शहर में ब्लैकआउट लागू किया गया और सुरक्षा कारणों से मैच रद्द कर दिया गया। यह IPL का 58वां मुकाबला था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अगस्त में प्रस्तावित भारत का बांग्लादेश दौरा रद्द हो सकता है और सितंबर में होने वाला एशिया कप भी टाला जा सकता है। इनकी जगह BCCI अगस्त-सितंबर में IPL के बचे हुए मुकाबले भारत में आयोजित कर सकता है। हालांकि, इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
अब तक 57 मैच खेले जा चुके थे, और 58वां मैच बीच में रद्द किया गया। पॉइंट्स टेबल में गुजरात टाइटंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के 16-16 अंक हैं, लेकिन बेहतर रन रेट के चलते GT टॉप पर है। पंजाब तीसरे, मुंबई चौथे और दिल्ली पांचवें स्थान पर है। चेन्नई, राजस्थान और हैदराबाद की टीमें प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी हैं। 9 मई को लखनऊ में लखनऊ सुपर जायंट्स और बेंगलुरु के बीच मैच होना था, लेकिन उससे पहले ही IPL को स्थगित कर दिया गया। इस फैसले से देशवासियों में मिलाजुला भाव देखने को मिला है। कुछ ने इसे 'देशहित में लिया गया सही निर्णय' बताया, तो कुछ फैन्स ने निराशा भी जाहिर की है। हालांकि मौजूदा हालातों को देखते हुए यह कदम सुरक्षा और नैतिक दृष्टिकोण से उचित माना जा रहा है।
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