गुजरात के भुज एयरबेस पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
दिल्ली। देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को गुजरात के भुज एयरबेस से पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ एक सख्त और स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है, यह तो सिर्फ ट्रेलर है, समय आने पर पूरी पिक्चर दुनिया देखेगी।’ इस बयान से रक्षा मंत्री ने यह साफ कर दिया कि भारत की ओर से आतंकवाद के खिलाफ जारी कार्रवाई लंबी और निर्णायक होगी।
रक्षा मंत्री ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ मौजूदा संघर्षविराम (सीजफायर) को भारत एक शर्तीय परीक्षण (प्रोबेशन) के तौर पर मानता है। अगर पाकिस्तान का व्यवहार बिगड़ता है तो भारत चुप नहीं बैठेगा, बल्कि सबसे कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार है। इससे एक दिन पहले गुरुवार को राजनाथ सिंह श्रीनगर एयरबेस पहुंचे थे, जहां उन्होंने सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया और ऑपरेशन में शामिल जवानों से मुलाकात की। पिछले तीन दिनों में कश्मीर घाटी में दो बड़े एनकाउंटर हुए हैं, जिनमें कुल छह आतंकवादियों को मार गिराया गया।
इनमें से एक मुठभेड़ ऊंचे और दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में हुई, जबकि दूसरी मुठभेड़ दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के एक गांव में हुई। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि ऑपरेशन पूरी सावधानी से अंजाम दिया गया और दोनों ही जगहों पर आतंकियों को घेरा गया और मार गिराया गया। सेना अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सभी सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल बना हुआ है। यही कारण है कि ऑपरेशन पूरी सफलता के साथ पूरे किए गए। जवानों ने न सिर्फ अपनी बहादुरी दिखाई बल्कि स्थानीय लोगों के सहयोग को भी निर्णायक बताया। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "कश्मीर से आतंकवाद का पूरी तरह सफाया करना हमारा लक्ष्य है और इस दिशा में हम एक-एक कदम आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले समय में भी यह तालमेल और ऑपरेशन और सख्त होंगे।
राजनाथ सिंह का "ऑपरेशन सिंदूर" वाला बयान भारत की नई सुरक्षा नीति की झलक देता है, जिसमें अब सिर्फ डिफेंस नहीं, बल्कि डिटेरेन्स (प्रतिरोध) और प्री-एम्प्टिव एक्शन (पूर्व-कार्रवाई) की नीति अपनाई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के तहत सीमा पार आतंकी गतिविधियों पर नजर रखते हुए अंदरूनी और बाहरी दोनों स्तरों पर सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
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