बुद्ध पूर्णिमा पर देश भर में श्रद्धा और आस्था का माहौल, राष्ट्रपति, पीएम समेत कई नेताओं ने दी शुभकामनाएं

बुद्ध पूर्णिमा पर देश भर में श्रद्धा और आस्था का माहौल, राष्ट्रपति, पीएम समेत कई नेताओं ने दी शुभकामनाएं

दिल्ली। देश भर में आज बुद्ध पूर्णिमा का पर्व श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई शीर्ष नेताओं ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और भगवान बुद्ध के सिद्धांतों को आत्मसात करने का आह्वान किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सोशल मीडिया पर अपने संदेश में कहा कि “महात्मा बुद्ध का अहिंसा, प्रेम और करुणा का अमर संदेश समस्त मानवता के कल्याण का मूल मंत्र है। उनके आदर्शों से समानता, सद्भाव और न्याय जैसे शाश्वत मूल्यों में हमारी आस्था प्रबल होती है।” उन्होंने सभी देशवासियों से महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं को अपनाकर शांतिपूर्ण और विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने की अपील की।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बुद्ध पूर्णिमा की बधाई देते हुए कहा कि यह पावन दिन भगवान बुद्ध के जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आज के समय में भगवान बुद्ध का मध्यम मार्ग और दया का संदेश पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक है। उपराष्ट्रपति ने समाज को अधिक शांतिपूर्ण और करुणामय बनाने के लिए बुद्ध की शिक्षाओं का अनुसरण करने का आह्वान किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा कि “सत्य, समानता और सद्भाव के सिद्धांत पर आधारित भगवान बुद्ध के संदेश मानवता के पथ-प्रदर्शक रहे हैं। त्याग और तप को समर्पित उनका जीवन विश्व समुदाय को करुणा और शांति के लिए प्रेरित करता रहेगा।” उन्होंने सभी देशवासियों को बुद्ध पूर्णिमा की ढेरों शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी भगवान बुद्ध को नमन करते हुए शुभकामनाएं दीं। गृह मंत्री ने कहा कि बुद्ध का जीवन मनसा, वाचा और कर्मणा की त्रिवेणी है, जो मानव समाज को समानता और एकता का संदेश देता है। रक्षा मंत्री ने लिखा कि महात्मा बुद्ध की शिक्षाएं आत्म-साक्षात्कार और धर्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती हैं।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी भगवान बुद्ध को नमन करते हुए कहा कि उनका जीवन सत्य, अहिंसा और मानवता की ज्योति है, जिसने भारत को जगदगुरु की मान्यता दिलाई। उन्होंने कहा कि गौतम बुद्ध के बताए रास्ते पर चलकर ही लोगों के जीवन को सुखी व सम्पन्न बनाया जा सकता है और यही सच्चा राजधर्म है। देश के अलग-अलग हिस्सों में आज बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। बौद्ध मठों और विहारों में प्रार्थनाएं की जा रही हैं, दीये जलाए जा रहे हैं और लोगों को भगवान बुद्ध की शिक्षाओं से जोड़ने वाले प्रवचन हो रहे हैं। वैशाली, सारनाथ, कुशीनगर और बोधगया जैसे प्रमुख बौद्ध तीर्थ स्थलों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।

बुद्ध पूर्णिमा न केवल भगवान बुद्ध के जन्मदिवस का प्रतीक है, बल्कि उनके ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में भी इस दिन का अत्यंत महत्व है। इस दिन को विश्व भर में शांति, करुणा और आत्मचिंतन के अवसर के रूप में देखा जाता है। भारत सहित पूरी दुनिया में आज उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया जा रहा है।

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BIHAR - JHARKHAND