दिल्ली: एसबीआई ने पूरे किए परिचालन के 70 साल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दी बधाई

दिल्ली: एसबीआई ने पूरे किए परिचालन के 70 साल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दी बधाई

दिल्ली। देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), अपने परिचालन के 70 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है। इन सात दशकों में एसबीआई न सिर्फ भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बना रहा, बल्कि डिजिटल युग में भी उसने अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है। बैंक की मौजूदा बैलेंस शीट 66 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई है और इसके ग्राहकों की संख्या 52 करोड़ के पार चली गई है।

इस अवसर पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एसबीआई को बधाई दी और कहा कि 23,000 से अधिक शाखाओं, 78,000 कस्टमर सर्विस पॉइंट्स (सीएसपी) और 64,000 एटीएम के साथ एसबीआई वाकई हर भारतीय का बैंक बन गया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में बैंक का डिजिटल परिवर्तन ग्राहकों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हुआ है।

वित्त मंत्री ने बताया कि एसबीआई ने किसानों, महिलाओं द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूहों, स्ट्रीट वेंडर्स, एमएसएमई और विभिन्न योजनाओं के तहत लाखों कारीगरों को सहायता पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। बैंक के पास 15 करोड़ से अधिक जन धन खाते हैं, जबकि 14.65 करोड़ लोग पीएम सुरक्षा बीमा योजना, 1.73 करोड़ लोग अटल पेंशन योजना और 7 करोड़ लोग पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना से लाभान्वित हो रहे हैं।

उन्होंने विश्वास जताया कि एसबीआई 2047 तक ‘विकसित भारत’ की ओर देश की यात्रा में इनोवेशन और सशक्तिकरण की दिशा में अपनी भूमिका निभाता रहेगा। वित्त मंत्री ने कहा कि 1955 में अपनी स्थापना के समय से एसबीआई ने भारत के शुरुआती विकास लक्ष्यों को पूरा करने में मदद की और आज यह डिजिटल और ग्रीन इकोनॉमी की प्रेरक शक्ति के रूप में खड़ा है। बैंक के एक बयान के अनुसार, भारत के रिन्यूएबल एनर्जी ट्रांजिशन में भी एसबीआई अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उसका सोलर रूफटॉप कार्यक्रम वित्त वर्ष 2027 तक चार मिलियन घरों को सौर ऊर्जा से लैस करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है, जिससे भारत के नेट जीरो 2070 के लक्ष्यों को आगे बढ़ाया जा सके।

एसबीआई के चेयरमैन सी.एस. सेट्टी ने कहा कि भारत विकास और अवसर के एक नए युग में कदम रख रहा है और इसी के साथ एसबीआई भविष्य की बैंकिंग की नींव रख रहा है, जो डिजिटल, समावेशी और टिकाऊ होगी। उन्होंने 1 जुलाई 1955 की उस ऐतिहासिक प्रेस विज्ञप्ति को दोहराया, जिसमें कहा गया था कि बैंक की नीति हमेशा ग्राहकों और देश के हितों को आगे बढ़ाने की भावना से ही निर्देशित रहेगी।

एसबीआई के 70 वर्षों के इस सफर को भारत के आर्थिक विकास की कहानी में एक मजबूत स्तंभ के रूप में देखा जा रहा है, जिसने समय के साथ खुद को बदला और तकनीकी प्रगति तथा सामाजिक जिम्मेदारी दोनों क्षेत्रों में अपनी भूमिका निभाई।

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BIHAR - JHARKHAND