दिल्ली: पब्लिक सेक्टर बैंकों का ऐतिहासिक प्रदर्शन, कारोबार 251 लाख करोड़, मुनाफा 1.78 लाख करोड़

दिल्ली: पब्लिक सेक्टर बैंकों का ऐतिहासिक प्रदर्शन, कारोबार 251 लाख करोड़, मुनाफा 1.78 लाख करोड़

दिल्ली। देश के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSBs) ने वित्त वर्ष 2024-25 में शानदार प्रदर्शन करते हुए कई क्षेत्रों में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में आयोजित सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की वार्षिक समीक्षा बैठक में यह आंकड़े साझा किए गए। बैठक में जानकारी दी गई कि पिछले दो वर्षों में बैंकों का कुल कारोबार 203 लाख करोड़ से बढ़कर 251 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो बैंकिंग क्षेत्र की मजबूती और स्थिरता को दर्शाता है। इसके साथ ही बैंकों का शुद्ध एनपीए (नेट नॉन परफॉर्मिंग एसेट) 1.24% से घटकर मात्र 0.52% रह गया है, जो इस क्षेत्र के लिए सकारात्मक संकेत है।

बैठक में बताया गया कि सार्वजनिक बैंकों का कुल शुद्ध लाभ 2022-23 के 1.04 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर अब 1.78 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। इससे सरकार को डिविडेंड के रूप में 34,990 करोड़ रुपये की आमदनी हुई है, जो पहले के 20,964 करोड़ रुपये की तुलना में काफी अधिक है। वित्त मंत्री ने बैंकों को देशभर में जमा की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ क्रेडिट ग्रोथ को संतुलित रखने के लिए रणनीतिक प्रयास करने का सुझाव दिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना, पीएम विद्यालक्ष्मी योजना और किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) जैसी योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने की अपील की।

बैठक में बैंकों से कहा गया कि वे ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में अपने नेटवर्क का विस्तार करें और विशेष अभियान चला कर उन इलाकों में बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराएं। प्रधानमंत्री धन-धान्य योजना के तहत 100 कम उत्पादकता वाले जिलों को चिन्हित कर वहां कृषि ऋण को प्राथमिकता देने का निर्देश भी दिया गया।

वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि सार्वजनिक बैंक भविष्य की आर्थिक संभावनाओं को पहचानें और गिफ्ट सिटी (गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी) में अपनी उपस्थिति मजबूत करें। साथ ही इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (IIBX) में भी सक्रिय भागीदारी निभाएं, ताकि अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवाओं में भारत की हिस्सेदारी और मजबूत हो सके।

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