कोलकाता: दो दिनों में चार फ्लाइट्स में तकनीकी खराबी: सैन फ्रांसिस्को-मुंबई फ्लाइट को कोलकाता में रोका गया
कोलकाता। देश में हाल के दिनों में विमानन सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। मंगलवार सुबह एयर इंडिया की एक और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट में तकनीकी खराबी आने के कारण यात्रियों को बीच रास्ते में ही उतार दिया गया। यह फ्लाइट अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को से मुंबई जा रही थी, जिसे तकनीकी कारणों से कोलकाता में आपात रूप से रोका गया। विमान के इंजन में आई गड़बड़ी के बाद यात्रियों को प्लेन से नीचे उतार दिया गया।
फ्लाइट संख्या AI-180, जो बोइंग 777-200LR (वर्ल्डलाइनर) विमान थी, 17 जून की रात 12:45 बजे कोलकाता पहुंची थी। इसे तय शेड्यूल के मुताबिक रात 2:00 बजे मुंबई के लिए उड़ान भरनी थी। लेकिन विमान के बाएं इंजन में तकनीकी खराबी के कारण टेकऑफ में लगातार देरी होती रही। सुबह करीब 5:20 बजे पायलट ने यात्रियों से घोषणा की कि फ्लाइट को तत्काल उड़ान के लिए उपयुक्त नहीं माना गया है और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी को प्लेन से नीचे उतरना होगा। यात्रियों ने रात का लंबा समय एयरपोर्ट पर गुजारते हुए इंतजार किया, क्योंकि वैकल्पिक फ्लाइट की व्यवस्था तुरंत नहीं हो सकी।
दो दिनों में चार बोइंग विमान लौटे
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब पिछले 48 घंटों में चार बोइंग विमानों में तकनीकी खामी आने की वजह से उन्हें या तो बीच रास्ते से लौटना पड़ा या उड़ान ही रद्द करनी पड़ी।
16 जून (सोमवार)
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AI-315 (हॉन्गकॉन्ग से दिल्ली) — बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर में तकनीकी खराबी, फ्लाइट बीच रास्ते से लौटी।
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AI एक्सप्रेस (दिल्ली से रांची) — बोइंग 737 मैक्स 8 विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद तकनीकी संदेह के चलते दिल्ली लौटाया गया।
15 जून (रविवार)
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ब्रिटिश एयरवेज (लंदन से चेन्नई) — ड्रीमलाइनर तकनीकी खराबी के कारण वापस गया।
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लुफ्थांसा (फ्रैंकफर्ट से हैदराबाद) — बम की धमकी के कारण फ्लाइट को वापसी करनी पड़ी।
लखनऊ में भी बाल-बाल बचे यात्री
रविवार सुबह लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर सऊदी अरबिया एयरलाइंस की फ्लाइट SV-3112 की लैंडिंग के दौरान बड़ा हादसा टल गया। जेद्दा से आए विमान के पहिए से चिंगारी और धुआं निकलने लगा। पायलट की सतर्कता और तत्काल प्रतिक्रिया के चलते सभी 250 हजयात्री सुरक्षित रहे। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर स्थिति पर काबू पाया।
क्या विमानन सुरक्षा पर मंडरा रहा है संकट?
लगातार हो रही तकनीकी खराबियों और उड़ानों की आपात वापसी से यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता गहराने लगी है। बोइंग विमानों में एक के बाद एक आ रही समस्याओं ने ना केवल एयरलाइंस की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि विमान निर्माण कंपनियों की गुणवत्ता पर भी संशय खड़ा किया है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय और DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) से इस पर त्वरित और पारदर्शी कार्रवाई की मांग की जा रही है। यात्रियों का भरोसा कायम रखना अब विमानन कंपनियों और नियामकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती बन गई है।
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