दिल्ली: भाजपा में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की तैयारी तेज, छह नेताओं के नाम चर्चा में
शिवराज सिंह, खट्टर, धर्मेंद्र प्रधान, सुनील बंसल दौड़ में सबसे आगे
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जल्द ही नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है। मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 में समाप्त हो चुका है और वे फिलहाल एक्सटेंशन पर हैं। सूत्रों के मुताबिक पार्टी नए अध्यक्ष के चयन के लिए छह प्रमुख नामों पर गंभीरता से विचार कर रही है। इनमें शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव, सुनील बंसल और विनोद तावड़े के नाम प्रमुख हैं। भाजपा के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार पार्टी संगठनात्मक अनुभव, क्षेत्रीय संतुलन और जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए नए अध्यक्ष का चयन करेगी। इसके लिए केंद्रीय चुनाव समिति के गठन की संभावना है, जो आवश्यकता पड़ने पर नामांकन, जांच और मतदान की प्रक्रिया को पूरा करेगी।
संभावित दावेदारों पर एक नजर
1. शिवराज सिंह चौहान – मध्यप्रदेश के चार बार मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान आरएसएस की पसंद माने जाते हैं। लाडली बहना योजना जैसी योजनाओं ने उन्हें जनता से सीधे जोड़ा है। उनके पक्ष में अनुभव और लोकप्रियता है।
2. मनोहर लाल खट्टर – हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और पीएम मोदी के पुराने साथी। संघ से जुड़े हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले पद से हटाए जाने के कारण विरोध भी झेलना पड़ा।
3. धर्मेंद्र प्रधान – शिक्षा मंत्री और ओडिशा से सांसद प्रधान को संगठन और सरकार दोनों में मजबूत पकड़ है। वे आरएसएस व नेतृत्व दोनों के भरोसेमंद हैं।
4. सुनील बंसल – उत्तर प्रदेश में भाजपा की जीत के रणनीतिकार रहे हैं। संगठन पर पकड़ और अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। फिलहाल वे ओडिशा, बंगाल और तेलंगाना के प्रभारी हैं।
5. भूपेंद्र यादव और 6. विनोद तावड़े – दोनों नेता संगठन में लंबे समय से सक्रिय हैं और संघ की पृष्ठभूमि से आते हैं।
जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त
जेपी नड्डा को जनवरी 2020 में पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था। उनका कार्यकाल जून 2024 में खत्म हो चुका है, लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए उन्हें फिलहाल एक्सटेंशन दिया गया है।
पार्टी के संविधान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तब होता है जब 50% राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों का चयन हो चुका हो। वर्तमान में भाजपा की 37 राज्य इकाइयों में से 26 में अध्यक्ष नियुक्त किए जा चुके हैं। हाल ही में जुलाई के पहले दो दिनों में 9 राज्यों में नए अध्यक्ष चुने गए हैं, जिससे राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की राह लगभग साफ हो गई है। भाजपा अध्यक्ष का कार्यकाल तीन वर्षों का होता है और कोई भी व्यक्ति दो बार से अधिक इस पद पर नहीं रह सकता। नए अध्यक्ष को आगामी तीन वर्षों में 12 अहम राज्यों के विधानसभा चुनावों की जिम्मेदारी संभालनी होगी, जिनमें बिहार, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और झारखंड जैसे राज्य शामिल हैं। पार्टी के भीतर इस समय मंथन तेज है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही नए अध्यक्ष के नाम पर मुहर लग सकती है।
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